नई दिल्ली। सोने की कीमतें पांच साल के रिकॉर्ड को तोड़ती हुई 25000 के स्तर से भी नीचे आ गई है। मंगलवार को सोने के भावों में 85 रूपये की गिरावट रही और 10 ग्राम सोने की कीमत 24949 रूपये रही। अगस्त 2011 के बाद सोमवार को वायदा बाजार में सोने में सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिल रही है। घरेलू और अंतरराष्ट्रीय मार्केट दोनों जगह सोने की कीमतें नीचे की ओर जा रही है। पिछले 32 महीनों में भारत में सोने की�कीमतों में 21 फीसदी और दुनियाभर में पिछले चार साल में 51 फीसदी की गिरावट आई है। करीब से देखने पर सामने आता है कि दो साल में ही जेवराती सोने में लगभग आठ हजार रूपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई है।

सोने में गिरावट का कारण है चीन का शंघाई गोल्ड एक्सचेंज। यहां पर गोल्ड एक्सचेंज की ओर से अचानक से पांच टन सोने की बिकवाली की गई इसकी वजह से सोने की कीमतें अचानक से गिर गई। यहां पर एक दिन में केवल 25 टन सोने का ही कारोबार होता है और एकदम से इतना सोना बाजार में आने से खरीदार नहीं मिले। वहीं चीन सरकार की ओर से जारी आंकड़ों ने भी उम्मीदों पर पानी फेर दिया। आंकड़ों के अनुसार चीन ने पिछले छह साल में सिर्फ 604 टन सोने की खरीद की जबकि उम्मीद 3000 टन की थी। अमरीका के कमॉडिटी फ्यूचर ट्रेडिंग कमीशन की ओर से भी सोने में भारी बिकवाली की गई जिससे कीमतें और गिर गई।

अच्छा रिटर्न की उम्मीद में लोग सोने में निवेश करते हैं। इसके चलते इसकी कीमतों में तेजी देखने को मिलती है। लेकिन हाल के आंकड़ों पर नजर डालेंगे तो सामने आएगा कि सोने में निवेश हाथ जलाने वाला अनुभव रहा है। दो साल पहले सोने का भाव 33000 रूपये प्रति 10 ग्राम था इस हिसाब से अगर आपने एक लाख रूपये क ा सोना खरीदा था तो उसकी कीमत आज महज 75 हजार रूपये के लगभग रह गई। वहीं अगर 10 साल के हिसाब से देखें तो अगर आपने एक लाख रूपये का सोना लिया तो आज उसकी कीमत 3.57 लाख रूपये है। वहीं अगर शेयर मार्केट में यह निवेश होता तो इसका रिटर्न 4.58 रूपये मिलता।