लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि नारी सुरक्षा के दावे करती अखिलेश सरकार में महिलाओं के साथ दंरिदंगी की इंन्तहा हो रही है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा राज्य भर में महिलाओं से दुराचार और दंरिदंगी की खबरें सुर्खिया बनी हुई है लेकिन सपा सरकार तकनीकी, विज्ञापनों के भरोसे महिला सुरक्षा के दावे करने में जुटी हैं।

श्री पाठक ने बदायूं में अपहरण के बाद किशोरी के साथ हुई दुष्कर्म की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि घटना में सत्तारूढ़ दल के नेता के परिजन पर आरोप है। इलाहाबाद में तो दरिन्दों ने युवती के साथ दुष्कर्म करने के बाद दरिंदगी का परिचय देते हुए उसे जला दिया। बिछवां (मैनपुरी) में भी दलित किशोरी के साथ दबगों ने दुष्कर्म किया, बचाने गयी भाभी को गोली मारने की धमकी दे भगा दिया गया। मैंनपुरी में थानाध्यक्ष बिछवां की भूमिका इस पूरे मामले में संदिग्ध है घटना को लेकर आस-पास के इलाके में तनाव का वातावरण है। आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही को कौन कहे थानाध्यक्ष ने पीडि़ता के पिता को धमकाते हुए कहा कि यदि दुष्कर्म की बात कही तो बाप-बेटी को काट कर फेकवां दिया जायेगा। बहराइच में भी किशोरी के साथ दुराचार समाचारों की सुर्खियों में है। पीडि़त परिवार न्याय की आस में भटक रहा है। प्रशासन राजनैतिक साजिश की आशंका करार देते हुए पीछा छुड़ाने की जुगत में है।

श्री पाठक ने कहा कि आखिर अखिलेश की जंबाज पुलिस राज्य में लगातार हो रहे दुराचार के प्रकरणों में गंम्भीर क्यों नहीं हो पा रही है। राज्य में हैवानियत और दंरिदगी की घटनाऐ जहां आम हो गयी है वहीं ज्यादातर मामलों पुलिस की भूमिका को लेकर सवाल खड़े है आखिर दंरिदगी और हैवानियत के शिकार पीडि़ता द्वारा अपराध पंजीकृत किये जाने का अनुरोध करने पर पुलिस क्यों नहीं अपराधों को पंजीकृत कर रही है। बेशर्म पुलिस आरोपियों के पक्ष और पाले में क्यों खड़ी होती नजर आती है। उन्होने सवाल किया करते हुए कहा कि मैनपुरी के बिछवां में पुलिस ने घटना की रिपोर्ट दर्ज करने से क्यों इंकार कर दिया ? क्यों पीडि़त परिवार को बिना सुने ही थाने से भगा दिया ?

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मीडिया और प्रतिपक्ष पर तंज कसते हुए कानून व्यवस्था के दावें तो करते है पर क्या राज्य में महिलाओं के साथ हो रहे दुराचार और उसमें पुलिसियां लापवाही के समाचार उनकी जानकारी में नहीं आते है और आते है तो कार्यवाही क्यों नहीं करते।