भोपाल। व्यापमं घोटाले के प्रमुख व्हिसलब्लोअर आनंद राय का इंदौर से धार ट्रांसफर कर दिया गया है। उनकी पत्नी का भी उज्जैन स्थानांतरण कर दिया गया है। ट्रांसफर आदेश पर आनंद राय ने कहा, मुझे निशाना बनाया जा रहा है क्योंकि घोटाले में कई बड़े लोग शामिल हैं। मेरी पत्नी को भी निशाना बनाया जा रहा है। यह मेरे खिलाफ बदले की कार्रवाई है। मैं कानूनी तरीके से तबादले के आदेश को चुनौती दूंगा।

आनंद राय की शिकायत के बाद ही 2013 में व्यापमं घोटाले की जांच शुरू हुई थी। 2005 में व्यापमं की ओर से आयोजित परीक्षा में जब वह खुद बैठे तब उन्हें धांधली के बारे में पता चला। वह लगातार सबूत खोजते रहे। कई शिकायतें दर्ज कराने के बाद 2013 में उन्होंने अदालत का दरवाजा खटखटाया। राय का कहना है कि उनके परिवार को धमकियां मिल रही है। उन्होंने सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। व्यापमं घोटाले से जुड़े 49 लोगों की अब तक मौत हो चुकी है। इनमें से 10 की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हुई है।

राय ने कहा, व्यापमं घोटाले से जुड़े लोगों की मौतों में विशेष पैटर्न देखा जा सकता है। इसके चलते संदेह और गहरा हो जाता है। 45 में से 10 मौतें संदिग्ध है। एक समाचार चैनल से जुड़े पत्रकार अक्षय सिंह की मौत भी संदिग्ध है। राय ने दावा किया कि 2013 में सतीश सागरेका ने मुझे फोन किया और धमकी दी कि मेरे कारण बहुत ज्यादा मीडिया कवरेज हो रहा है। उसने मुझे जान से मारने की धमकी दी। चार मिनट बाद ही उसने दोबारा फोन किया और कहा कि इनकमिंग कॉल के नंबर किसी को नहीं दूं। मैंने पुलिस को नंबर दिए। तब वह गिरफ्तार हुआ। इसके बाद दीपक यादव ने मुझे मारने के लिए षडयंत्र रचा। मुझे इस तरह की कई धमकियां मिल चुकी है।