मुंबई। पुलिस का साथ एक बार पर रेड की कवरेज करने गए तीन पत्रकारों पर लोगों ने हमला कर दिया। हमले के शिकार तीन पत्रकारों में से एक पत्रकार की मौत हो गई, एक घायल हो गया और एक लापता है। फिलहाल मुंबई पुलिस पूरे मामले की पड़ताल कर रही है। पत्रकार की मौत कैसे हुई इस बात को लेकर अभी संदेह बना हुआ है। अलग-अलग हालातों को देखते हुए पूरा घटनाक्रम संदेह के घेरे में है।

जानकारी के मुताबिक, पुलिस की एक टीम बार पर रेड करने पहुंची थी। इसकी कवरेज करने के लिये कई पत्रकार भी घटनास्थल पर मौजूद थे। अचानक पुलिस को देखकर बार के अंदर बैठे लोग बेकाबू हो गए और हमला कर दिया। कहा जा रहा है कि इस हमले में पत्रकार राघवेंद्र दुबे की मौत हो गई, जबकि शशि शर्मा नाम के पत्रकार गंभीर रूप से घायल है और संतोष मिश्रा कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

जानकारी के मुताबिक मीरा रोड के एस ए रसिडेंसी लॉज के सामने सड़क पर जख्मी हालत में एक व्यक्ति मिला, जिसको पुलिस ने कांदीवली के शताब्दी अस्पताल में भर्ती कराया था। जहा डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। व्यक्ति का नाम राघवेंद्र दुबे था। राघवेंद्र दुबे मीरा भायंदर के एक साप्ताहिक पत्र के संपादक थे। राघवेंद्र की मौत पर रहस्य बना हुआ है। मीरारोड पुलिस मामले की जांच कर रही है

गुरूवार की रात मीरा रोड पुलिस ने वाइट हाउस नाम के लेडीज बार पर रेड किया था जिसे कवर करने के गए 3 स्थानिक पत्रकार सन्तोष मिश्रा ,शशि शर्मा और अनिल नॉटियाल के साथ बार के लोगों मारपीट की जिसके बाद अनिल नॉटियाल भागने में कामयाब हो गए, जबकि सन्तोष मिश्रा और शशि शर्मा को बार वालों ने पकड़ कर जमकर पिटाई कर दी। जख्मी शशि शर्मा मीरा रोड के एक हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, मगर सन्तोष मिश्रा का अभी तक कुछ पता नहीं चला है।

सन्तोष मिश्रा के बारे जानने के लिए मीरा रोड पुलिस ने राघवेन्द्र दुबे को बुलाया जो सुबह 2 बजे मीरा रोड पुलिस स्टेशन आए और कुछ देर मीरा रोड पुलिस स्टेशन में रूकने के बाद 5 बजे के करीब घर जाने के लिए थाने से निकल गए। मगर आधे घण्टे बाद पुलिस को सुचना मिली की कोई व्यक्ति मीरा भायंदर रोड पर रेसीडेन्सी क्लोजिंग बोडिंüग के सामने सड़क पर जख्मी हालात में गिरा हुआ है जिसके बाद पुलिस जब घटना स्थल पर पहुंची तो पता चला राघवेन्द्र दुबे है जिसे तुरन्त कांदिवली के शताब्दी हॉस्पिटल ले जाया गया जहां उनकी मौत हो गई अभी तक मौत के कारणों का पता नहीं चला है।