नई दिल्ली / इस्लामाबाद: जम्मू और कश्मीर में भारत-पाकिस्तान सीमा पर पाकिस्तान की तरफ़ से सीज़फ़ायर तोड़ने की लगातार वारदात को लेकर भारत ने दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायुक्त को विदेश मंत्रालय में तलब किया, जबकि उधर पाकिस्तान ने पाक-अधिकृत कश्मीर में एक भारतीय ‘जासूसी’ ड्रोन विमान को मार गिराने का दावा करने के बाद भारतीय उच्चायुक्त को तलब किया, हालांकि भारत ने ड्रोन भेजे गए होने के दावे का खंडन किया है।

सूत्रों के मुताबिक भारत ने पाक उच्चायुक्त अब्दुल बासित को बुलाकर पाकिस्तान द्वारा सीज़फ़ायर तोड़े जाने की लगातार वारदातों पर बहुत ही कड़े शब्दों में ऐतराज़ जताया है। गौरतलब है कि हाल ही में अखनूर और आरएसपुरा सेक्टर में पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग की लगातार कई वारदात हुईं, जिनमें एक भारतीय महिला की मौत हो गई है जबकि दौ फौजियों समेत छह लोग ज़ख्मी हुए हैं।

उधर, इस्लामाबाद में पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय ने भारतीय उच्चायुक्त टीसीए राघवन को तलब कर पाकिस्तानी वायुसीमा के उल्लंघन पर ऐतराज़ जताया। पाकिस्तानी सेना का दावा है कि उसने अपने इलाक़े में जासूसी कर रहे एक भारतीय ड्रोन को मार गिराया है। पाकिस्तानी सेना ने दावा किया है कि ड्रोन को नियंत्रण रेखा के करीब हवाई तस्वीरें खींचने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा था, और उसे पाकिस्तान की सीमाओं का उल्लंघन करने की वजह से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के भिंभर इलाके में मार गिराया गया है।

भारतीय सेना इस बात का खंडन कर चुकी है कि उसका कोई ड्रोन पाकिस्तानी इलाके में गया था या उसके किसी ड्रोन को मार गिराया गया है। रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा है, “पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में एक ड्रोन क्रैश की ख़बरों के बारे में कहा जा रहा है… भारतीय सेना का कोई ड्रोन या यूएवी क्रैश नहीं हुआ है…”

इस्लामाबाद का आरोप है कि भारतीय ड्रोन उसके इलाके में फोटोग्राफी कर रहा था। अपने दावे को पुख्ता करने के उसने मार गिराए गए ड्रोन की तस्वीर भी जारी की है। भारत इसे पाकिस्तान की चाल के तौर पर देख रहा है, जिसके जरिये पाकिस्तान युद्धविराम उल्लंघन से ध्यान भटका सके।

हाल ही में रूस के उफा शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज़ शरीफ के बीच हुई बातचीत में सीमा के मसलों को सुलझाने के लिए डीजीएमओ के साथ साथ डीजी बीएसएफ और पाक रेंजर्स के डीजी के बीच भी बातचीत होना तय किया गया है। दोनों देश तनाव कम करने की दिशा में काम कर रहे हैं, लेकिन सीमा पर पाकिस्तान की तरफ से फायरिंग में कमी नहीं आ रही। रक्षा विशेषज्ञ उदय भास्कर कहते हैं कि जब-जब भारत और पाकिस्तान की सरकारें मिलकर कोई बड़ा फैसला लेती हैं, सीमा पर इस तरह की हिंसक कार्रवाई बढ़ जाती है।