नई दिल्ली: बीजेपी की दिल्ली इकाई आज राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन कर रही है। बीजेपी का ये विरोध प्रदर्शन दिल्ली सरकार के उस फैसले के विरोध में है जिसमें दिल्ली सरकार ने पेट्रोल और डीज़ल की कीमतों में  VAT यानि वैल्यू एडेड टैक्स बढ़ाने का फैसला किया था।

लेकिन एक तरफ जहां दिल्ली में बीजेपी केजरीवाल सरकार के फैसले का विरोध कर रही है वहीं दूसरी तरफ दिल्ली से सटे हरियाणा और पंजाब की बीजेपी और बीजेपी समर्थित बादल सरकार  ने भी पेट्रोल और डीज़ल की कीमत में वैट बढ़ाने का फैसला किया है।    

दिल्ली में पेट्रोल और डीज़ल का वैट प्रतिशत तब बढ़ाया गया जब पूरे देश में पेट्रोल और डीज़ल की कीमत 2 रुपये से कम हो गई थी।

तेल कंपनियों के अनुसार वे अंतरराष्ट्रीय बाज़ार में तेल की कीमत कम होने और रुपया-डॉलर के विनिमय दर में जो बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है उसका फायदा अपने उपभोक्ताओं तक पहुंचा रहे हैं। लेकिन दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने बुधवार को ही पेट्रोल पर लगा वैट का दर 20 से 25 % और डीज़ल का 12.5 से 16.6 % कर दिया।    

इसके साथ ही दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 2.78 रुपया प्रति लीटर और डीज़ल का 1.83 रुपया प्रति लीटर बढ़ गया।

दिल्ली में विरोध प्रदर्शन कर रहे बीजेपी कार्यकर्ताओं का आरोप है कि केजरीवाल सरकार का पेट्रोल-डीज़ल पर वैट बढ़ाने का फैसला इसलिए लिया है ताकि केंद्र सरकार द्वारा लोगों के हित में लिया गया निर्णय दिल्ली के लोगों तक न पहुंच सके।  बीजेपी ने आप सरकार को उनके उस वादे की भी याद दिलाई जिसमें आम आदमी पार्टी ने दिल्ली के लोगों को सस्ता पेट्रोल और डीज़ल देने का वादा किया था।

गुरुवार सुबह हरियाणा की बीजेपी सरकार और पंजाब की बीजेपी समर्थिक बादल सरकार ने भी अपने यहां डीज़ल और पेट्रोल पर वैट बढ़ा दिया।

हालांकि, दिल्ली की आप सरकार का कहना है कि दिल्ली में पेट्रोल की कीमतों पर वैट बढ़ाने का निर्णय 21 मई को उत्तर के राज्यों के वित्तमंत्रियों की एक मीटिंग में लिया गया था, ताकि इन राज्यों में पेट्रोल उत्पाद की कीमतों में एकरुपता लायी जा सके।     

दिल्ली सरकार के अधिकारी के अनुसार अब दिल्ली, पंजाब और हरियाणा में डीज़ल की खुदरा कीमत एक समान रहेगी।