लखनऊ। सपा प्रमुख मुलायम सिंह यादव पर धमकाने का आरोप लगाने वाले आईजी नागरिक सुरक्षा अमिताभ ठाकुर को राज्य सरकार ने विभिन्न आरोपों में निलंबित कर दिया है। उन पर एक महिला से दुष्कर्म का भी आरोप है। लखनऊ पुलिस उसकी जांच कर रही है।

आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने सोमवार को गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव अनंत कुमार सिंह से मुलाकात करके खुद को बलात्कार के मामले में कथित तौर पर फंसाए जाने की जांच सीबीआई से कराने की मांग की है।

इससे पहले अमिताभ ठाकुर ने गृह मंत्रालय से मांग की कि उन पर बलात्कार के आरोप की जांच सीबीआई से कराने के लिए यूपी सरकार को परामर्श जारी किया जाए। आईपीएस ठाकुर ने गृह मंत्री राजनाथ सिंह और गृह सचिव एलसी गोयल से भी मिलने का समय मांगा है। अनंत कुमार ने ठाकुर को भरोसा दिया कि मंत्रालय इस संबंध में यूपी सरकार से जानकारी हासिल करेगा। आईपीएस ठाकुर ने कहा, ‘मैंने अपने और परिवार के लिए सुरक्षा की भी मांग की है, क्योंकि हमें लगातार धमकियां मिल रही हैं। मेरे और मेरी पत्नी की जान को खतरा है।’

ठाकुर ने कहा कि मेरा बलात्कार प्रकरण से कोई लेना देना नहीं है। उन्होंने कहा कि मैंने गृह मंत्रालय को अवगत कराया है कि मुझे साजिश के तहत फंसाया जा रहा है। ठाकुर ने कहा कि मैंने अतिरिक्त सचिव को बताया कि जैसे ही मुलायम सिंह द्वारा धमकी दिए जाने की शिकायत पुलिस से करके मैंने मामला दर्ज करने को कहा, मेरे खिलाफ ही कार्रवाई शुरू कर दी गई। आईपीएस अधिकारी ने कहा कि मेरी पत्नी नूतन ठाकुर ने वर्ष 2014 में जब से लोकायुक्त के सामने प्रदेश में भ्रष्टाचार से जुड़े मामलों में शिकायत की, उसी वक्त से मुझे और मेरे परिवार को परेशान किया जाने लगा। गायत्री प्रजापति के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के बाद से मुझे और मेरी पत्नी को धमकियां दी जा रही हैं।