लखनऊ: अब प्राइमरी स्कूलों में शिक्षकों के 22 हजार पद और होंगे। वित्त विभाग ने सर्व शिक्षा अभियान के 22 हजार शिक्षकों के पदों के सृजन को हरी झण्डी दे दी है। इससे बचे हुए लगभग 16 हजार शिक्षा मित्रों के सहायक अध्यापक के पद पर समायोजन की राह थोड़ी आसान होगी।

दूसरे चक्र में लगभग 91 हजार शिक्षा मित्रों में से लगभग 75 हजार शिक्षा मित्रों का समायोजन हो चुका है। अब भी 16 हजार शिक्षा मित्र समायोजित किए जाने हैं लेकिन इन 22 हजार पदों से भी सारी दिक्कतें दूर नहीं होने वाली क्योंकि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शिक्षकों के नए पद न के बराबर हैं।

वर्ष 2011 के बाद सर्व शिक्षा अभियान के तहत जो नए स्कूल खुले हैं वे ज्यादातर पूर्वी उत्तर प्रदेश में हैं। लिहाजा ये पद भी उन्हीं स्कूलों के लिए हैं। इसलिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश में शिक्षामित्रों के समायोजन के लिए कोई नई राह निकालनी होगी।

वर्ष 2011 के बाद सूबे में लगभग साढ़े 11 हजार स्कूल खोले गए लेकिन इनके लिए शिक्षकों के नए पदों का सृजन नहीं किया गया था। फिलहाल प्रदेश की प्राइमरी शिक्षा में शिक्षकों के लगभग साढ़े 5 लाख पद हैं और पिछले दो वर्षों में शिक्षकों की बम्पर भर्तियां चल रही हैं। इसमें 18 हजार शिक्षकों और 56,725 शिक्षामित्रों का समायोजन हो चुका है, वहीं 91 हजार शिक्षा मित्रों का सहायक अध्यापकों के पदों पर समायोजन, 72,825 प्रशिक्षु शिक्षक, 29,334 जूनियर शिक्षक भर्ती जारी है।