नई दिल्ली : आईपीएल के पूर्व कमिश्नर ललित मोदी की कथित मदद करने के मामले में घिरीं राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के बचाव में उतरते हुए भाजपा ने उनके इस्तीफे की विपक्ष की मांग को शुक्रवार को सिरे से खारिज कर दिया और कहा कि इसमें कोई तथ्यात्मक दम नहीं है। पार्टी इसी मामले में घिरीं विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग पहले ही खारिज कर चुकी है।

भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने यहां कहा कि जिन दस्तावेजों के आधार पर राजे पर निशाना साधा जा रहा है उन दस्तावेजों की वैधता अभी तक प्रमाणित नहीं हुई है, इसलिए इस मामले में किसी जांच या आंतरिक जांच का प्रश्न ही नहीं उठता है। उन्होंने कहा कि वसुंधरा ने ललित मोदी से अपने पारिवारिक रिश्तों के बारे में इनकार नहीं किया है।

त्रिवेदी ने कहा जहां तक दुष्यंत सिंह के मामले का सवाल है तो ये सारे तथ्य आयकर रिटर्न और चुनावी घोषणा पत्र में दिए जा चुके हैं। ये तो पहले से ही सार्वजनकि हैं। उन्होंने दुष्यंत के नियांत हेरिटेज होटल में मोदी द्वारा किए गए निवेश के बारे में यह बात कही। ललित मोदी के ट्रैवेल वीजा मामले में राजे से मदद मिलने की बात सामने आने के बाद से ही कांग्रेस राजे का इस्तीफा मांग रही है। हालांकि इस मसले पर राजस्थान भाजपा शुरु से ही राजे के साथ थी लेकिन केंद्रीय नेतृत्व ने चुप्पी साध रखी थी। सुषमा स्वराज के इस्तीफे की मांग को भी खारिज करते हुए भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि उनके बारे में पार्टी अध्यक्ष अमित शाह, वित्त मंत्री अरुण जेटली और गृह मंत्री राजनाथ सिंह स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं और अब इस बारे में उन्हें कुछ नहीं कहना है। उल्लेखनीय है कि उक्त तीनों ने सुषमा पर आरोपों को पूरी तरह बेबुनियाद बताते हुए उनके इस्तीफे की विपक्ष की मांग को खारिज किया है।