समायोजित शिक्षामित्रों एवं प्रशिक्षु शिक्षकों को मुख्यमंत्री वेतन के चेक वितरित किए

लखनऊ:उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि समाजवादी सरकार ने कम समय में बड़ी संख्या में प्रदेश के नौजवानों को सरकारी नौकरी प्रदान की है। उन्होंने कहा कि किसी अन्य सरकारों ने इतने बड़े स्तर पर सरकारी नौकरी उपलब्ध नहीं करायी है। शिक्षामित्रों को सहायक अध्यापक के रूप में समायोजित करने के फैसले को राज्य सरकार का बड़ा निर्णय बताते हुए उन्होंने कहा कि तमाम कठिनाईयों के बावजूद शिक्षामित्रों के समायोजन का काम पूरा किया जाएगा। बेसिक शिक्षा के महत्व का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया के कई देशों ने अच्छी बेसिक शिक्षा की बदौलत ही तरक्की की है।

मुख्यमंत्री आज यहां डाॅ0 राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय के डाॅ0 अम्बेडकर सभागार में प्रशिक्षु शिक्षकों एवं सहायक अध्यापक के रूप में समायोजित शिक्षामित्रों के वेतन चेक वितरण कार्यक्रम में अपने विचार व्यक्त रहे थे। नवनियुक्त शिक्षकों का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि प्रदेश में गुणवत्तापरक शिक्षा उपलब्ध कराने के लिए उन्हें गम्भीरता से काम करना होगा। बच्चों को सही दिशा देनी होगी। प्राथमिक शिक्षा को नींव बताते हुए उन्होंने कहा कि जिस समाज एवं देश की नींव मजबूत नहीं होती वह देश प्रगति नहीं कर पाता। देश एवं समाज की नींव मजबूत बनाने के लिए प्रदेश की प्राथमिक शिक्षा व्यवस्था को सुधारना होगा। इस मौके पर उन्होंने लखनऊ जनपद के अभिनव विद्यालय का शिलान्यास किया एवं समायोजित शिक्षामित्रों एवं प्रशिक्षु शिक्षकों को वेतन के चेक वितरित किए।

श्री यादव ने वर्तमान सरकार द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए गए कार्याें का उल्लेख करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार ने शिक्षकों और विशेष रूप से महिला शिक्षकों की समस्याओं को समझते हुए उन्हें घर के समीप नियुक्त करने का यथासम्भव प्रयास किया है। वर्तमान युग को प्रतिस्पर्धात्मक बताते हुए उन्होंने कहा कि दुनिया एक बाजार में तब्दील हो रही है। ऐसे में सभी क्षेत्रों में गुणवत्ता एवं योग्यता अति आवश्यक है। उन्होंने प्रदेश के नौजवानों को प्रतिस्पर्धात्मक बनाने के लिए बेहतर शिक्षा व्यवस्था पर जोर दिया। 

कार्यक्रम को बेसिक शिक्षा राज्य मंत्री योगेश प्रताप सिंह, कैलाश चौरसिया एवं वसीम अहमद ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में राज्य सरकार के मंत्री राजेन्द्र चौधरी, ओम प्रकाश सिंह, बलराम यादव, महबूब अली, विजय बहादुर पाल, यासर शाह सहित कई जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।