भागलपुर : फर्जी डिग्री मामले में फंसे दिल्‍ली के पूर्व कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर को बिहार के भागलपुर की तिलका मांझी यूनिवर्सिटी में छात्रों के जमकर विरोध का सामना करना पड़ा। छात्रों ने विरोध स्‍वरुप तोमर पर अंडे भी फेंके और उनका जमकर विरोध भी किया।

इस दौरान गुस्‍साए छात्रों को रोकने में स्‍थानीय और दिल्‍ली पुलिस को काफी मशक्‍कत करनी पड़ी। छात्र यूनिवर्सिटी की फर्जी डिग्री जारी होने को लेकर काफी नाराज थे। दरअसल, दिल्ली पुलिस उन्हें भागलपुर की तिलका मांझी यूनिवर्सिटी ले गई थी, जहां उनके सामने उनकी डिग्री का वेरिफिकेशन कराया जाना था।

इससे पहले तोमर को दिल्ली पुलिस फैजाबाद के केएस साकेत पीजी कॉलेज और आरएमएल अवध विश्वविद्यालय भी ले गई थी, जहां उनकी बीएससी की डिग्री का वेरिफिकेशन कराया गया था। जांच के दौरान तोमर पुलिस को विश्वविद्यालय की फिजिक्स लैब भी नहीं दिखा सके और न ही उन शिक्षकों को पहचान सके, जिन्होंने 1987-88 के बीच बीएससी के छात्रों को पढ़ाया था।

पुलिस ने कहा कि तोमर अपनी कक्षा, फिजिक्स लैब और बाथरूम नहीं पहचान पाए। फैजाबाद में जांच ने कुल मिलाकर पुलिस के इस शुरुआती निष्कर्ष की पुष्टि की कि तोमर की डिग्रियां फर्जी हैं। तोमर को गुरुवार को भी साकेत की सेशन कोर्ट से कोई राहत नहीं मिल सकी। कोर्ट ने उनकी अंतरिम जमानत की सुनवाई 16 जून के लिए टाल दी और पुलिस को कहा है कि वो इस मामले की सघन जांच करे।