मुलायम ने निकाला जेडीयू-राजद गठबंधन का समाधान 

पटना : सपा अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने सोमवार को घोषणा की कि बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव में नीतीश कुमार जदयू-राजद गठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। इस घोषणा के साथ ही राज्य में आसन्न विधानसभा चुनाव में भाजपा को चुनौती देने के लिए जदयू और राजद के गठबंधन के समक्ष पेश एक बड़ी बाधा का समाधान निकल गया है।

मुलायम ने कहा कि मैं लालू प्रसाद और नीतीश कुमार के बीच एकजुटता को लेकर काफी खुश हूं। कुमार बिहार में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार होंगे। लालूजी ने नीतीश कुमार का नाम मुख्यमंत्री पद के लिए प्रस्तावित किया है। लालूजी ने कहा है कि वह प्रचार करेंगे। उन्होंने कहा कि कोई मतभेद नहीं है और हम कोई मतभेद उत्‍पन्‍न नहीं होने देंगे। सपा प्रमुख ने कहा कि वे दोनों साम्प्रदायिक ताकतों को उखाड़ फेंकने के लिए मिलकर लड़ेंगे। दोनों दलों के गठबंधन के रूप में चुनाव लड़ने पर सहमत होने के एक दिन बाद आज मुलायत सिंह यादव ने एक संवाददाता सम्मेलन में यह घोषणा की, जिसमें राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद और जदयू प्रमुख शरद यादव ने हिस्सा लिया। लालू ने राज्य में इस शीर्ष पद के लिए नीतीश कुमार के नाम का प्रस्ताव किया। गौर हो कि इसी साल सितंबर-अक्‍टूबर महीने में बिहार में विधानसभा चुनाव होंगे।

वहीं, आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने कहा कि नीतीश से कोई मतभेद नहीं है। मेरे परिवार और पार्टी से मुख्यमंत्री पद का कोई दावेदार नहीं है। आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद यादव ने आज एक प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि मेरी पार्टी में सीएम का कोई उम्‍मीदवार नहीं है। मैं चुनाव लड़ नहीं सकता इसलिए सीएम उम्‍मीदवार नहीं हूं। सांप्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए हम साथ आए हैं। लालू ने आखिर नीतीश को अपना नेता मान लिया। उन्‍होंने कहा कि हम मिलकर चुनाव लड़ेंगे और बीजेपी को हराएंगे। बिहार से बीजेपी की विदाई करेंगे। हमारा नीतीश कुमार से कोई मतभेद नहीं है।

इससे पहले, बिहार के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि दोनों दलों के बीच सीटों को लेकर कोई विवाद नहीं है। कल सीट बंटवारे पर बात होगी। दोनों पार्टी के नेता साथ बैठेंगे और सीट बंटवारे पर निर्णय लेंगे। उन्‍होंने जोर देकर कहा कि दोनों दलों के बीच सबकुछ ठीक है। हम विलय के पक्ष में हैं। हालांकि उन्‍होंने यह भी कहा कि सीएम पद मेरे लिए कोई सवाल नहीं है। जो जनता तय करेगी वही सीएम होगा। नीतीश ने कहा कि लालू के साथ कोई मतभेद नहीं है।

नीतीश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हमारे साथ है। कांग्रेस हमारा समर्थन कर रही है। कांग्रेस गठबंधन में शामिल ही है। कांग्रेस से गठबंधन को लेकर लालू राजी हैं और राहुल से मिलने पर उन्‍हें ऐतराज नहीं है। नीतीश ने यह कहा कि हम विलय के पक्ष में हैं। केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्‍होंने कहा कि बीजेपी के नेता पैरा ट्रूपर के तौर पर बिहार आते हैं और सिर्फ बयानबाजी कर चले जाते हैं।

मालूम हो कि जेडीयू और आरजेडी के बीच सीटों के बंटवारे को अंतिम रूप देने के लिए छह सदस्यीय समिति गठित की गई है। समाजवादी पार्टी के महासचिव रामगोपाल यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एवं राजद प्रमुख लालू प्रसाद के बीच दो घंटे तक चली बैठक के बाद कहा था कि यह तय किया गया कि राजद एवं जदयू बिहार चुनाव गठबंधन में लड़ेंगे। सपा प्रमुख मुलायम सिंह की मौजूदगी में उनके आवास पर रविवार को दो घंटे तक चली बैठक के बाद रामगोपाल ने कहा कि छह सदस्यीय एक समिति सीटों के बंटवारे के बारे में विचार करेगी। दोनों ही दलों ने मुलायम सिंह से संपर्क किया था ताकि दोनों के नेताओं के बीच कई दिनों तक चली बयानबाजी को शांत करवाया जा सके। मुख्यमंत्री पद के प्रत्याशी के विवादास्पद मुद्दे पर सपा महासचिव ने कहा कि कोई गहमा गहमी नहीं है। बाद में इन चीजों को देखा जायेगा। असली बात सीटों का बंटवारा है। बैठक के बाद रामगोपाल ने विश्वास जताया कि दोनों दलों के नेता प्रभावी सीट बंटवारे का प्रबंध जल्द ही पूरा कर लेंगे। बता दें कि नीतीश कुमार इस समय दिल्ली में हैं। नीतीश कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी के आवास पर भी गए, जहां दोनों नेताओं के बीच बैठक हुई।