लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि बेरोजगारी भत्ता बांटने के वादे के साथ सत्ता में आयी अखिलेश सरकार में नौकरियां बंेची जा रही है। सरकार बेरोजगारों के साथ छल कर रही है। पुलिस भर्ती घोटाले का गुस्सा ठंडा भी नहीं हुआ कि लेखपाल भर्ती में भी घोटाला जारी है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने लेखपाल भर्ती प्रक्रिया पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि आखिर क्यों साक्षात्कार के अंको में ईजाफा कर इस भर्ती प्रक्रिया को अंजाम देने का काम हो रहा है।

प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा राज्य में विभिन्न विभागों में रिक्तियाँ है। रिक्त पदों पर भर्तियांे के प्रयास नहीं हो रहे है। जहां भर्ती की प्रक्रियाओं को अंतिम रूप दिया भी जा रहा है वहां सरकारी मनमानी है। इसके लिए भर्ती प्रक्रिया तक में संशोधन में गुरेज नहीं है। इसके पहले लेखपाल भर्ती प्रक्रिया में मात्र 10 अंक साक्षात्कार के लिए होते थे किन्तु लगातार भर्तियों में धांधली को प्रश्रय देने में जुटी अखिलेश सरकार ने बदलाव करते हुए इसे बढ़ाकर 20 अंक कर दिया हैं।

उन्होंने कहा कि प्रतिष्ठापूर्ण लोक सेवा आयोग की कारस्तानियों से जहां नौजवान बेरोजगार – निराश हुआ वहीं राज्य विभिन्न भर्ती प्रक्रिया में की जा रही धांधली बाजी से बेरोजगार नौजवानों का सरकार पर से भरोसा उठा। पुलिस भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए तो लखनऊ की बेटी ने जान ही गंवा दी। पुलिस भर्ती प्रक्रिया में जिस तरह धांधली की बाते सामने आई उससे पूरी प्रक्रिया सवालों के घेरे में है। नौकरियों में भष्टाचार के लिए मुख्यमंत्री अखिलेश यादव को जिम्मेदार बताते हुए श्री पाठक ने कहा बार-बार पारदर्शी तरीके से भर्ती प्रक्रिया का दावा करने वाले मुख्यमंत्री भर्ती प्रक्रिया में धांधली पर ही उतारू है।

श्री पाठक ने कहा कि लेखपाल की भर्ती प्रक्रिया के लिए कन्सलटेन्सी एजेन्सी का चयन और उसे प्रतिष्ठित कम्पनी बताने जुटी अखिलेश सरकार ने साक्षात्कार में अंको को बढ़ाकर क्यों 10 से 20 कर दिया। इससे प्रतिभावान छात्रों को प्रभावित होना पड़ेगा। उन्होंने मांग किया कि बेहतर हो कि एक बार सरकार पुर्नविचार करें भर्ती में साक्षात्कार के कम से कम अंको को रखा जाये, जिससे मेधावी बेरोजगारों के रोजगार के मार्ग प्रश्स्त हो सके।