जमीअत उलमा के प्रतिनिधिमंडल ने सपा मुखिया से की मुलाकात

लखनऊ: शामली ए सहारनपुरए हाशिमपुरा और मलियाना के लोगों पर आधारित जमीअत उलमा के एक प्रतिनिधिमंडल ने प्रदेश अध्यक्ष मौलाना सैयद अशहद रशीदी के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव से मुलाकात कर राज्य के मौजूदा हालात पर चिंता व्यक्त कीद्य

मौलाना सैयद अशहद रशीदी ने कहा कि मुलायम सिंह यादव और सपा धर्मनिरपेक्षता के जितने बड़े वाहक कहे जाते हैं उतना ही इस सरकार में काम करने वाले अधिकारी आरएसएस माइंड दिखाई देते हैं जो हिन्दू और  मुसलमानों के बीच नफरत को बढ़ावा देकर जहां एक ओर प्रदेश की शांति को खतरे में डाल रहे हैं वहीं दूसरी ओर अल्पसंख्यकों विशेषकर मुसलमानों को समाजवादी पार्टी से दूर करने का काम भी कर रहे हैं जिससे सरकार को सावधान रहने की जरूरतद्य

 उनहोंने कहा कि इसी तरह के अधिकारियों ने शामली के माहौल को बिगाड़ा और सहारनपुर में मुसलमानों के खिलाफ एकतरफा कार्रवाई की है।

मुलायम सिंह ने इस बात सहमती जताते हुए कहा कि हमें भी इस तरह की सूचना मिल रही हैं और हम इस तरह के अधीकारयों के खिलाफ कार्रवाई भी की है। और आगे भी हम इस तरह के अधीकारियों पर नजर रखेंगे। 

हाशिमपुरा और मलियाना के पीड़ितों द्वारा जब मुलायम सिंह  का ध्यान आकर्षित किया गया तो उन्होंने आश्वासन दिया कि हम हाशिमपुरा के मामले को ऊपर की अदालत में ले जाएंगेद्य

शेख हिंद मेडिकल कॉलेज जिला सहारनपुर में ठेका पर काम करने वाले कर्मचारियों की समस्या उठाते हुए मौलाना सैयद अशहद रशीदी ने कहा कि सेलेक्शन कमेटी अगर कर्मचारियों के कागजात की जाँच करके पात्र लोगों का चयन कर दे तो कई गरीब घरों का भला हो जाएगा और कॉलेज में काम करने वाले लोग अधिक परिश्रम से अपनी जिम्मेदारियों को निभाने लगेंगे। नेताजी ने आश्वासन दिया कि हम इसे भी जल्द ही करें गेद्य

प्रतिनिधिमंडल में एमएलसी आशु मलिक, मौलाना बदरुलहसन, मौलाना महफूज़ अहमद, कार्यालय सचिव मोहम्मद गुफरान के अलावा कई लोग शामिल थे।