लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के निर्देशों के क्रम में राज्य सरकार द्वारा नेपाल में आए भूकम्प पीडि़तों को राहत पहुंचाने का कार्य निरन्तर किया जा रहा है। आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने वाले विभागों को हाई एलर्ट पर रहने, राहत शिविरों के गठन, संचालन एवं प्रबन्धन तथा इच्छुक संस्थाओं/व्यक्तियों द्वारा उपलब्ध करायी जा रही राहत सामग्री एवं आर्थिक सहायता को भेजने के लिए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। भूकम्प पीडि़तों की जरूरतों के मुताबिक टेण्ट, गद्दे, तिरपाल, कम्बल, पानी शुद्धिकरण की दवाइयां, स्वच्छता किट, बर्तन आदि को राहत सामग्री के रूप में वरीयता देते हुए भेजा जा रहा है। 

यह जानकारी देते हुए राज्य सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि राहत सामग्री के रूप में अब तक सोनौली इण्डो-नेपाल बार्डर होते हुए कुल 1,155 ट्रक राहत सामग्री भेजी गयी है। 

राज्य सरकार द्वारा सीमावर्ती जनपदों-बहराइच (रुपईडीहा), सिद्धार्थनगर (बढ़नी), महराजगंज (सोनौली), बलरामपुर-नेपाल सीमा (कोइलाबासा-नेपाल) स्थित सीमा चैकियों पर राहत शिविर स्थापित किए गए थे, जिसमें रुपईडीहा एवं कोइलाबासा स्थित शिविर की आवश्यकता न होने के कारण अब यह संचालित नहीं हैं। नेपाल से आ रहे भूकम्प पीडि़त शरणार्थियों एवं राहत सामग्री के अनुश्रवण एवं समन्वयन हेतु राहत शिविर वर्तमान में मुख्यतः सोनौली (महराजगंज) में संचालित है।

इसी क्रम में मुख्यमंत्री को जनपद फर्रूखाबाद के भोजपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक जमालुद्दीन सिद्दीकी, भूकम्प पीडि़तों हेतु 25 लाख रुपए का चेक प्रदान किया।