रोम: रोमन कैथोलिक ईसाइयों के धर्मगुरु पोप फ़्रांसिस ने फ़लस्तीनी राष्ट्रपति महमूद अब्बास को ‘शांति का फ़रिश्ता’ बताया है। उन्होंने ये तब कहा जब फ़लस्तीनी नेता महमूद अब्बास उनसे वेटिकन में मिले।  पोप ने उन्हें तमगा भी दिया। 

राष्ट्रपति अब्बास 19वीं सदी की दो फ़लस्तीनी ननों को संत घोषित किए जाने के कार्यक्रम में हिस्सा लेने वेटिकन पहुँचे थे। हाल ही में वेटिकन ने घोषणा की थी कि वो फ़लस्तीन को एक संधि के तहत राष्ट्र का दर्ज़ा देगा। इसराइल ने फ़लस्तीन को राष्ट्र का दर्जा देने के वेटिकन के फ़ैसले पर निराशा ज़ाहिर की है। 

टीकाकारों का मानना है कि वेटिकन फ़लस्तीनी क्षेत्र में कैथोलिक चर्च की संपत्ति की सुरक्षा के बारे में चिंतित है। वेटिकन का यह क़दम फ़लस्तीनी राष्ट्र को मान्यता दिए जाने के लिए बन रहे माहौल के बीच आया है। पिछले एक साल में यूरोपीय संसद, ब्रिटेन, ऑयरलैंड, स्पेन और फ़्रांस इसके पक्ष में प्रस्ताव पारित कर चुके हैं। स्वीडन ने एक क़दम आगे बढ़ते हुए फ़लस्तीनी राष्ट्र को मान्यता दी है।