काठमांडू । लोग अभी नेपाल के काठमांडू में आए भूकंप की तबाही को भूले भी नहीं कि फिर एक बार हिमालय के तलहटी वाले क्षेत्र में भूकंप के झटके महसूस किए गए। मंगलवार दोपहर 12.38 बजे पूरे उत्तर भारत में एक मिनट तक भूकंप के झटके महसूस किए गए। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.4 रही और इसका केन्द्र नेपाल में कोडारी था। भूकंप का केन्द्र काठमांडू और माउंट एवरेस्ट के मध्य है। भूकंप के बाद कई आफ्टरशॉक भी महसूस किए गए।

मिली जानकारी के अनुसार नेपाल में दोबारा आए भूकंप के भारी झटकों से अब तक 70  लोगों की मौत हो गई है, जबकि एक हजार से ज्यादा के घायल होने की बात कही जा रही है।

भारतीय गृह मंत्रालय के अनुसार ये झटके दो भूकंपों के कारण महसूस किए गए। एक का केन्द्र चीन और नेपाल की सीमा पर था जिसकी तीव्रता 7.1 थी जबकि दूसरे का केन्द्र अफगानिस्तान में थी और इसकी तीव्रता 6.9 थी। वहीं अमरीकी एजेंसी के अनुसार भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.4 था। वहीं गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने बताया कि, भूकंप से कोई खतरा नहीं है। लोगों को घबराने की जरूरत नहीं है। गृह मंत्रालय और अधिक जानकारी जुटा रहा है। नेपाल को जो भी मदद चाहिए होगी दी जाएगी।

वहीं समाचार एजेंसियों के अनुसार नेपाल में भूकंप के चलते कई इमारतें गिर गई। ये इमारतें पिछली बार आए भूकंप में जर्जर हो गई थी। कई लोग घायल भी हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया गया है। सिंधुपालचौक इलाके में भू-स्खलन की खबरें हैं। नेपाल पुलिस के अनुसार काठमांडू में कई मकानों को नुकसान पहुंचा है।

उल्लेखनीय है कि 25 अप्रैल को नेपाल में आए 7.9 तीव्रता के विनाशकारी भूकंप को पूरे उत्तर भारत में महसूस किया गया था। इस भूकंप के चलते नेपाल में 8,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई और करीब 17,000  घायल हो गए। वहां अब तक भूकंप के करीब 165 झटके महसूस किए जा चुके हैं। इस भूकंप से बिहार, यूपी और पश्चिम बंगाल में भी करीब 70 लोगों की मौत हो गई थी।