भूकम्प का केंद्र चीन-नेपाल  के सीमावर्ती इलाका, तीव्रता 7.4

लखनऊ:  मंगलवार की दोपहर दिल्ली-एनसीआर समेत पूरे उत्तर भारत में भूकंप के झटके महसूस किए गए। दोपहर 12:38 बजे भूकंप आया। इसका प्रभाव दिल्ली के अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार और झारखंड, पंजाब में भी महसूस किया गया। भूकंप का केंद्र चीन-नेपाल  के सीमावर्ती इलाका बताया जा रहा है। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.4  बताई गई है। बता दें कि 25 अप्रैल को नेपाल में 7.9 तीव्रता वाला भूकंप आया था जिसके बाद भारी तबाही मची थी।

दिल्ली-एनसीआर में भूकंप के कारण दिल्ली मेट्रो का संचालन रोक दिया गया है। दिल्ली मेट्रो ने सभी ट्रेनों के संचालन को रोक दिया है। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में भूकम्प के तेज़ झटके महसूस किये गए। झटके महसूस होते ही अफरातफरी मच गयी। बड़ा मंगल होने के कारण जगह जगह लगे भंडारों में प्रसाद के लिए लाइन में लोगों के चेहरों पर एक अंजानी दहशत दौड़ गयी। 

मौसम विभाग के मुताबिक, अपराहन करीब 12 बजकर 40 मिनट और एक बजकर 10 मिनट पर लखनउ, कानपुर, संतकबीरनगर, फैजाबाद, बहराइच, बलिया, महाराजगंज, कुशीनगर, अमेठी, उन्नाव, एटा तथा बाराबंकी समेत कई जिलों में भूकम्प के झटके महसूस किये गये। पहला झटका करीब 45 सेकेंड तक रहा जबकि दूसरी बार यह कुछ सेकेंड ही रहा। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में कई बार आए भूकम्प की वजह से समूचे प्रदेश में भय और अफरातफरी का माहौल पैदा हो गया और घबराए लोग अपने-अपने घरों, दफ्तरों तथा दुकानों से बाहर निकल आए।

भूकम्प से प्रदेश के विभिन्न अस्पतालों में भी अफरातफरी और घबराहट का माहौल पैदा हो गया। जलजले के कारण टेलीफोन और इंटरनेट समेत दूरसंचार सेवाओं पर भी असर पड़ा है। गौरतलब है कि गत 25 और 26 अप्रैल को भी उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में भूकम्प के झटके महसूस किये गये थे। इसके कारण हुए हादसों में कम से कम 17 लोग मारे गये थे।

असम में भी आज दोपहर करीब 12 बजकर 35 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किए गए जिसकी रिक्टर पैमाने तीव्रता 7.3 मापी गई। शिलांग स्थित केंद्रीय भूकंपमापी वेधशाला के मुताबिक, भूकंप का केंद्र नेपाल में था और इसकी गहराई 27.6 डिग्री उत्तरी तथा 86.6 डिग्री पूर्व अक्षांश में जमीन से 18 किलोमीटर भीतर थी।

वहीं झारखंड के कई हिस्सों में आज भूकंप का झटका महसूस किया गया हालांकि इससे अब तक किसी के हताहत होने या संपत्ति के नुकसान की खबर नहीं है। अधिकारियों ने बताया कि भूकंप राज्य की राजधानी रांची सहित दुमका, गिरिडीह और अन्य हिस्सों में दोपहर करीब 12 बजकर 35 मिनट पर महसूस किया गया। पश्चिम बंगाल भी आज भूकंप के झटकों से हिल उठा जिसके कारण लोगों में दहशत फैल गई।

कोलकाता मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी डी. के. दास ने बताया, ‘भूकंप का केंद्र नेपाल में था और इसका असर शहर और पूर्वी क्षेत्र के अन्य हिस्सों में महसूस किया गया। भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 7.1-7.2 मापी गई। हम इस संबंध में विस्तृत जानकारी की प्रतीक्षा कर रहे हैं।’ भूकंप शहर के कई इलाकों खासकर लेक टाउन, सॉल्ट लेक, डलहॉजी और पार्क स्ट्रीट इलाके में महसूस किया गया। लोग मेट्रो स्टेशनों और उंची इमारतों से निकलकर बाहर आ गए।

वहीं आज दोपहर में आए भूकंप के झटके बिहार में भी महसूस किये गये जिससे लोग दहशत में आ गये । मौसम विभाग के मुताबिक, भूकंप दोपहर 12 बजकर 35 मिनट पर महसूस किया गया, जिसका केंद्र नेपाल में था। आरंभिक रिपोर्ट के अनुसार भूकंप राज्य के दरभंगा, पूर्वी चंपारण और किशनगंज सहित कई हिस्सों में महसूस किया गया।

इस बीच केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने लोगों से नहीं डरने की अपील की है। उन्होंने कहा कि किसी भी स्थिति से निपटने के लिए एनडीआरएफ की टीम को अलर्ट पर रखा गया है। उन्होंने कहा कि भारत में भूकंप से किसी तरह के नुकसान के बारे में गृह मंत्रालय विवरण और सूचनाएं इकट्ठा कर रहा है।

भूकंप से लोग दहशत में आ गए और राजधानी पटना में लोग घरों से निकलकर खुली जगह पर आ गए और कई स्कूलों में बच्चे सुरक्षित खुली जगहों पर आ गए। इधर, अधिकारियों ने बताया कि नेपाल में आए शक्तिशाली भूकंप का असर चेन्नई में भी रहा, शहर के कई हिस्सों में भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए। उन्होंने बताया कि भूकंप के झटके वलासरावक्कम, संथोम और कोडाबक्कम के कई हिस्सों में महसूस किए गए।

क्षेत्रीय मौसम केंद्र की भूकंप मापी इकाई ने यहां बताया कि नेपाल में आए भूकंप के कारण यहां भूकंप के झटके महसूस हुए। पुलिस ने बताया कि लोग अपने घरों और दफ्तरों से बाहर निकल कर सुरक्षित स्थान पर आ गए। किसी भी तरह के जान माल के नुकसान की सूचना नहीं है। इसके अलावा भूकंप के झटके देश में ओड़िशा, उत्तराखंड, गुजरात सहित अन्य राज्यों में महसूस किए गए।