लखनऊ: उ0प्र0 कंाग्रेस कमेटी के महामंत्री एवं अल्पसंख्यक विभाग के पूर्व चेयरमैन मारूफ खान ने प्रदेश के शामली जिले में तबलीगी जमात के लोगों पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निन्दा करते हुए कहा कि उपद्रवी तत्वों द्वारा प्रदेश में एक बार फिर साम्प्रदायिक माहौल को तनावपूर्ण बनाया जा रहा है एवं प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार पूरी तरह से मूकदर्शक बनी हुई है, जिससे फिरकापरस्त ताकतों के हौसले बुलन्द हो रहे हैं।

उन्होने कहा कि जिस प्रकार से लोकसभा चुनाव से पहले साम्प्रदायिक शक्तियों द्वारा मुजफ्फरनगर का दंगा कराकर उसका चुनाव में फायदा उठाया गया ठीक उसी प्रकार आगे आने वाले विधानसभा चुनाव को ध्यान में रखकर भारतीय जनता पार्टी एवं समाजवादी पार्टी एक बार फिर प्रदेश को साम्प्रदायिकता की आग में झांेकना चाहती हैं।

श्री खान ने कहा कि समाजवादी पार्टी द्वारा प्रदेश के अल्पसंख्यक समाज को पूरी तरह से ठगने का काम किया जा रहा है। उन्होने चुनाव पूर्व जो भी वादे अल्पसंख्यक समाज से किये थे उसको पूरी तरह से भुला दिया है। मा0 सर्वोच्च न्यायालय द्वारा उर्दू को दूसरी सरकारी जबान बनाये जाने के आदेश के बावजूद प्रदेश सरकार द्वारा उस पर अमल नहीं किया जा रहा है। राजधानी समेत पूरे प्रदेश में अल्पसंख्यक समाज के अधिकारियों की प्रमुख जगहों पर नियुक्ति नहीं हो रही है। मुस्लिम समाज को 18 प्रतिशत आरक्षण देने का वादा पूरी तरह खोखला साबित हो चुका है। जेलों में बंद बेकसूर लोगों की रिहाई के नाम पर सरकार ने कोई कदम नहीं उठाये हैं और अब शामली जैसी घटनाओं के बाद अल्पसंख्यक समाज अपने आपको असुरक्षित महसूस कर रहा है और उसमें भय व्याप्त है। अल्पसंख्यक समाज से जुड़ी सरकारी संस्थाएं जैसे उ0प्र0 अल्पसंख्यक आयोग, उ0प्र0 उर्दू अकादमी, उ0प्र0 फखरूद्दीन अली अहमद अकादमी एवं उ0प्र0 मदरसा बोर्ड आदि तमाम अल्पसंख्यक समाज की बहबूदी करने वाली संस्थाएं पूरी तरह से निष्क्रिय हैं, सरकार की तरफ से किसी भी प्रकार का कोई अनुदान इन संस्थाओं को नहीं दिया जा रहा है जिससे इन संस्थाओं का कोई भी लाभ अल्पसंख्यक समाज को नहीं मिल रहा है। आज के माहौल में उ0प्र0 मंे अल्पसंख्यक समाज अपने आपको ठगा हुआ महसूस कर रहा है।