मुख्यमंत्री ने किया रफ़ीक़ुल मुल्क मुलायम सिंह यादव उर्दू आई.ए.एस. स्टडी सेण्टर का उद्घाटन

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि शिक्षा के बिना कोई देश या समाज तरक्की नहीं कर सकता है। उन्होंने कहा कि विश्व में विकसित कहे जाने वाले राष्ट्रों ने सबसे पहले अपने देश के किसानों की खुशहाली एवं शिक्षा व्यवस्था को सुदृढ़ करने का काम किया, तभी वे आज आर्थिक तरक्की के इस मुकाम पर पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि उर्दू भाषा के माध्यम से देश की सबसे कठिन प्रतियोगी परीक्षा का सपना देखने वाले नौजवानों के लिए रफ़ीक़ुल मुल्क मुलायम सिंह यादव उर्दू आई.ए.एस. स्टडी सेण्टर में हर सम्भव सुविधा मिलेगी। उन्होंने उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी का बजट दोगुना करने का भरोसा भी दिया है।  

मुख्यमंत्री आज यहां पारा मोहान रोड में उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी द्वारा संचालित रफ़ीक़ुल मुल्क मुलायम सिंह यादव उर्दू आई.ए.एस. स्टडी सेण्टर, लखनऊ के उद्घाटन अवसर पर अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समाजवादी विचारधारा में विश्वास रखने वाली वर्तमान राज्य सरकार समाज के सभी वर्गाें को आगे बढ़ने का मौका प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि धर्म निरपेक्षता के मार्ग पर चलकर ही देश को विकसित किया जा सकता है। उन्होंने कहा कि देश में परिवर्तन तभी आएगा जब सभी को प्रगति का पर्याप्त अवसर मिले।

श्री यादव ने स्टडी सेण्टर की स्थापना के लिए उर्दू अकादमी की सराहना करते हुए कहा कि इससे नौजवानों को अपने भविष्य को संवारने का बेहतर विकल्प मिलेगा। उन्होंने कहा कि आदरणीय नेताजी हमेशा समाज के सभी वर्गाें की भलाई पर जोर देते हैं, उनके नाम पर स्थापित हो रहे इस सेण्टर से उनके सिद्धान्तों को कार्यरूप में परिणित करने का मौका मिलेगा। उन्होंने कहा कि अखिल भारतीय प्रशासनिक सेवाओं की परीक्षा के साथ-साथ कई अन्य परीक्षाएं काफी कठिन होती हैं, जिनकी तैयारी के लिए पर्याप्त समय एवं मार्गदर्शन की जरूरत होती है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पारा, मोहान रोड कभी लखनऊ नगर का बाहरी इलाका था, लेकिन आज इस क्षेत्र में तमाम विकास कार्य चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे मोहान रोड क्षेत्र में ही लखनऊ नगर से जुड़ेगा, इससे निश्चित रूप से भविष्य में यह क्षेत्र और अधिक तेजी से विकसित होगा, यह लखनऊ का महत्वपूर्ण क्षेत्र होगा। उन्होंने अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री श्री मो0 आजम खां द्वारा शिक्षा के क्षेत्र में किए जा रहे व्यक्तिगत प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि उनके द्वारा रामपुर में स्थापित किए गए विश्वविद्यालय एवं स्कूल से छात्रों को कम फीस पर बेहतर शिक्षा की सुविधा मिल रही है, जिससे आगे आने वाली पीढ़ी लाभान्वित होगी। 

श्री मो0 आजम खां ने कहा कि इस स्टडी सेण्टर की स्थापना से पूरे देश में अच्छा संदेश जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार समाज के सभी वर्गाें एवं प्रदेश के सभी क्षेत्रों का जिस प्रकार से विकास कर रही है, वह देश के अन्य प्रदेशों के लिए एक उदाहरण है। 

मुख्य सचिव आलोक रंजन ने कहा कि आई.ए.एस. जैसी परीक्षा के लिए क्रमबद्ध तैयारी एवं बेहतर मार्गदर्शन की आवश्यकता पड़ती है। उन्होंने भरोसा जताया कि स्टडी सेण्टर की स्थापना से उर्दू भाषा के साथ आई.ए.एस. की परीक्षा में भाग्य आजमाने वाले नौजवानों को सुविधा मिलेगी। 

मुख्य सूचना आयुक्त श्री जावेद उस्मानी ने कहा कि इस सेण्टर के लिए नौजवानों का चयन करते समय विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए, क्योंकि शैक्षिक रूप से योग्य नौजवान ही प्रतियोगी परीक्षाओं में सफल हो सकते हैं। 

उत्तर प्रदेश उर्दू अकादमी के चेयरमैन डाॅ0 नवाज देवबन्दी ने नौजवानों का आह्वान करते हुए कहा कि उन्हें हमेशा बड़ा सपना देखना चाहिए और उस सपने को पूरा करने के लिए पूरी ताकत लगा देनी चाहिए। उन्हांेने इस स्टडी सेण्टर की स्थापना के लिए मुख्यमंत्री के स्तर से लिए गए निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि यह सेण्टर अन्य प्रदेशों के लिए एक उदाहरण होगा। 

नदवा के प्रिंसिपल मौलाना सईदुर्रहमान आज़मी ने राज्य सरकार द्वारा स्थापित किए जा रहे स्टडी सेण्टर की सराहना करते हुए कहा कि इस सेण्टर के कायम होने से उर्दू भाषा को भी बढ़ावा मिलेगा।