अच्छी सड़कों को खोदकर नई सड़कों का निर्माण ,खस्ताहाल मार्गों का ध्यान नहीं

लखनऊ:-उत्तर प्रदेश सरकार की कार्य कारिणी अजब गजब है ,जब प्रदेश में सरकार बहुमत से आई तो यूपी की जनता में जीत का उल्लास एवं आशा की नईं किरण सी लोगों को नज़र आई | छात्रों की पढ़ाई को बेहतर करने के लिए मुफ़्त टेबलेट एवं लैपटॉप का वितरण,सरकारी अस्पतालों को 108 मुफ़्त एम्बुलेंस सेवा , महिलाओं की सुरक्षा हेतु 1090 पोर्टल , राजधानी की पुलिस को तेज रफ़्तार चमचमाती गाड़ियां ,गरीब किसानों के लिए विभिन्न योजनाएं एवं और भी बहुत कुछ ,परंतु यदि आप आम जनता से बात करेंगे तो सरकार के द्वारा किये गए कार्यों की वाहवाही से ज्यादा आलोचनाएं सुनने को मिलेंगी | इस सरकार में ऐसी कार्यकारिणी देखने को मिली जो हतप्रभ है एवं हास्य का कारण भी है | जब कभी भी कोई दुर्घटना होती है तो माननीय मंत्री जी बहुत नाराज होते है एवं तुरंत एक्शन लेते है वह सम्बंधित अधिकारी को खूब फटकार लगाते हैं एवं गुस्सा यदि अधिक हुआ तो उसका स्थानांतरण कर देते हैं |

यूपी सरकार की ख़ास बात यह है कि यंहा बिना किसी विचार के कार्य कर दिए जाते हैं | यदि हम गरीब आवास योजना का उदाहरण ले तो पता चलता है की यह एक अमीर आवास योजना है जिसमे प्रदेश में घर होने के बावजूद लोगो को घर दे दिए जाते हैं घर लेने के लिए लोगों को थोड़ी सी मशक्कत और सोर्स की जरुरत होती है | थोड़ी सी घूस और पार्टी के लोगों को मिठाई के लिए पैसा (घूस) एवं एक स्टाम्प पेपर ,हो गया मकान आपका | सरकारी पेशेवर लोगों के बच्चों को बिना किसी जांच के छात्रवृत्ति ,जिसे पाकर छात्र अपनी जरूरतों को पूरा करते हैं और पार्टियां करते हैं | 

अगर किसी सरकारी कर्मचारी की शिकायत के लिए मेल किया जाए तो उसको भी अनदेखा क्र दिया जाता है ,हाल ही में राज्य सेतु निगम  की देवरिया इकाई के प्रोजेक्ट मैनेजर जोक़ि सदैव नशे में धुत रहते हैं एवं अपने ही विभाग के कर्मचारियों का शोषण मारपीट गाली गलौच करते हैं कि शिकायत मेल द्वारा की गयी थी परंतु अभी तक कोई सुध नहीं ली गयी,शायद किसी बड़ी घटना के बाद फटकार एवं स्थांतरण का इंतज़ा्र कर रहे हैं |ऐसी ही कई बातें एवं कार्य हैं जिनका बखान करना मुश्किल है अतः यह शब्द काफी है ‘सच में पुरे होते वादे ‘ – वे वादे जो आम जनता से नहीं किये गए अपितु अपने कर्मचारियों से किये गए थे |