नई दिल्‍ली : आम आदमी पार्टी के कारण बताओ नोटिस का जवाब देते हुए पार्टी नेता प्रशांत भूषण ने सोमवार को अपने ऊपर लगाए गए सभी आरोपों को खारिज कर दिया और राष्‍ट्रीय अनुशासनात्‍मक कमेठी के गठन पर सवाल उठाए हैं। गौर हो कि आम आदमी पार्टी के बगावती गुट को पार्टी ने कारण बताओ नोटिस भेजा था। उन पर स्वराज संवाद के जरिये पार्टी विरोधी कार्य करने का आरोप लगाया गया था। इस गुट में योगेन्द्र यादव, आनंद कुमार और अजीत झा अब इन आरोपों पर जवाब देने के लिए तैयार है।

प्रशांत भूषण ने इस कमेटी के संदर्भ में लिखा, ‘ इस कमेटी का गठन किसने किया, मुझे इसकी जानकारी नहीं है और यह कब और किस समय अमल में लाया गया।’ 28 मार्च को हुए नेशनल काउंसिल की बैठक को ‘अवैध और असंवैधानिक’ करार देते हुए उन्‍होंने कथित तौर पर कहा कि इसके बाद लिए गए सभी फैसले भी लीगल नहीं हैं।

पार्टी के संस्थापक सदस्यों में एक रहे प्रशांत भूषण ने कारण बताओ नोटिस के जवाब में अनुशासन समिति के गठन पर ही सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने पार्टी को लिखे पत्र में पंकज गुप्ता को संबोधित करते हुए लिखा है, यह उल्लेखनीय और गौर करने लायक है कि आप (पंकज गुप्ता), आशीष खेतान और दिनेश वाघेला ने मुझे नोटिस भेजा है ये दर्शाते हुए कि आप राष्ट्रीय अनुशासनात्मक समिति में हैं। मैं ये नहीं जानता कि किसने यह समिति कब और कैसे बनाई है1 पंकज, आपने संजय और मनीष सिसोदिया के साथ मिलकर मार्च 10 को एक प्रेस विज्ञप्ति जारी की थी। जिसमें आपलोगों ने मुझ पर और योगेन्द्र पर कई आरोप लगाये थे जिसका जिक्र आप ने अपने नोटिस में भी किया है।