नई दिल्ली। शिवसेना ने अपने मुखपत्र सामना के जरिए मुस्लिमों पर निशाना साधा है। शिवसेना ने सामना में लिखा कि मुस्लिमों की बढ़ती आबादी से हिंदुओं को खतरा है। इसलिए देश को बचाने के लिए मुस्लिमों की नसबंदी जरूरी है।

सामना में छपे लेख में लिखा गया कि मुसलमानों को यदि खुश रहना है, सेहतमंद रहना है तो उनके लिए छोटा परिवार ठीक है। भविष्य में भारत में पाकिस्तान और इंडोनेशिया से भी अधिक मुसलमानों की संख्या बढ़ने वाली है और तुलना में हिंदुओं की जनसंख्या घटने वाली है। गौरतलब है कि इससे पहले शिवसेना ने सामना में ही लेख लिखकर मुस्लिमों के मताधिकार छीनने की वकालत की थी, इसके बाद राजनीतिक हलकों में इस काफी बवाल मचा।

इस पूरे लेख पर एआईएमआईएम अध्यक्ष असुद्दीन ओवैसी ने कहा था कि मुस्लिमों से उनका वोटिंग अधिकार कोई माई का लाल नहीं छीन सकता। दो दिन पहले हिंदू महासभा की एक नेता साध्वी देवा ठाकुर ने विवादस्पद बयान देते हुए कहा था कि मुसलमान एवं ईसाइयों की आबादी दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। इस पर अकुंश लगाने के लिए केंद्र को आपातकाल लगाना होगा और उनकी नसबंदी करानी होगी ताकि इनकी आबादी न बढ़ पाए।