लखनऊ: बाबा साहब भीमराव अम्बेड़कर की जयंती के उपलक्ष्य में समाजवादी नेता और इण्डो-मारीशस सोशलिस्ट काउंसिल के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव ने प्रख्यात समाजवादी चिन्तक मधु लिमये की “डा0 अम्बेड़कर एक चिन्तन” पुस्तक के नेपाली संस्करण का विमोचन समाजवादी पार्टी मुख्यालय स्थित सभागार पर किया। पुस्तक के अनुवादक पद्म बहादुर थापा हैं जिसका प्रकाशन सैडेड़ (पर्यावरणीय लोकतंत्र पर दक्षिण एशियाई संवाद) ने किया है। इस अवसर पर काबीना मंत्री राजेन्द्र चैधरी, समाजवादी पार्टी के महासचिव अरविन्द सिंह गोप व समाजवादी बौद्धिक व चिन्तन सभा के अध्यक्ष दीपक मिश्र भी मौजूद थे।

शिवपाल ने बाबा साहब अम्बेड़कर के व्यक्तित्व, कृतित्व और महत्व को रेखांकित करते हुए कहा कि बाबा साहब के कई कार्यक्रमों को समाजवादियों ने आगे बढ़ाया। अछूतोद्वार जैसे कार्यक्रम को लोकबन्धु राजनारायण ने आगे बढ़ाया और उनके विचारों दो सबसे अच्छी पुस्तकों में उल्लेखनीय किताबें महान समाजवादी विचारक मधु लिमए व मोहन सिंह ने लिखा है। बाबा साहब जितने बड़े समाजधारक थे उतने ही महान अर्थशास्त्री थे। लोहिया जी और बाबा साहब के आर्थिक विचारों में काफी समानतायें हैं। दोनांे एक दूसरे के अच्छे सहयोगी थे। भीमराव अम्बेड़कर देश में “राज्य समाजवाद” की स्थापना करना हैं। बाकी दल सिर्फ जुबान से अम्बेड़करवादी बनते हैं, समाजवादी मनसा-कर्मणा अम्बेड़कर के सपनों के भारत के निर्माण में लगे हुए हैं।