लखनऊ: समाजवादी पार्टी के नेता शिवपाल सिंह यादव ने शिवसेना के प्रवक्ता व सांसद संजय राउत के बयान को संविधान विरोधी, साम्प्रदायिक और विखण्डनकारी  बताते हुए बर्खास्त करने की मांग की है। श्री यादव के अनुसार राउत के यह कहने से कि “मुसलमानांे को मताधिकार से वंछित किया जाए”, अल्पसंख्यकों में विद्वेश और भय की भावना भड़केगी। श्री शिवपाल ने बताया कि संविधान की शपथ लेकर पद पर बैठने वाले श्री राउत को एक बार संविधान विशेष संविधान का अनुच्छेद 325 पढ़ लेना चाहिए जिसमें साफ-साफ लिखा है “ धर्म, मूलवंश, जाति या लिंग के आधार पर किसी व्यक्ति का निर्वाचक-नामावली में सम्मिलित किए जाने के लिए अपात्र न होना और उसके द्वारा किसी विशेष निर्वाचक-नामावली में सम्मिलित किए जाने का दावा न किया जाना। संसद के प्रत्येक सदन या किसी राज्य के विधान-मण्डल के सदन या प्रत्येक सदन के लिए निर्वाचन के लिए प्रत्येक प्रादेशिक निर्वाचन-क्षेत्र के लिए एक साधारण निर्वाचक-नामावली होगी और केवल धर्म, मूलवंश, जाति लिंग या इनमें से किसी के आधार पर कोई व्यक्ति ऐसी किसी नामावली में सम्मिलित किए जाने के लिए, अपात्र नहीं होगा या ऐसे किसी निर्वाचन-क्षेत्र के लिए किसी विशेष निर्वाचक-नामावली में सम्मिलित किए जाने का दावा नहीं करेगा”। 

श्री यादव ने जोर देकर कहा कि शिवसेना केन्द्र सरकार की भागीदार है, अतः केन्द्र को श्वेत पत्र जारी करके स्थितियों को स्पष्ट करना चाहिए। समाजवादी पार्टी किसी को भी मताधिकार से वंचित नहीं होने देगी और अल्पसंख्यकों की लड़ाई अग्रिम पंक्ति में आकर लड़ेगी।