मुख्यमंत्री ने किया 6796 करोड़ रु0 की 62 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि नोएडा-गे्रटर नोएडा सहित आसपास का इलाका देश का सर्वोत्तम औद्योगिक क्षेत्र है। यहां अवस्थापना सुविधाएं अन्य औद्योगिक क्षेत्रों से बेहतर हैं। राज्य सरकार पूरे प्रदेश का इसी प्रकार का विकास करने के लिए गम्भीरता से प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि शहरों का विस्तार तेजी से हो रहा है। इसलिए नगरों में रहने वाले लोगों के लिए बुनियादी सुविधाओं का विकास किया जाना जरूरी है। राज्य सरकार शहरी इलाकों के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों के विकास के लिए भी प्रतिबद्ध है। 

मुख्यमंत्री आज यहां अपने सरकारी आवास पर आयोजित एक समारोह में नवीन ओखला औद्योगिक विकास प्राधिकरण (नोएडा), ग्रेटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण तथा यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की लगभग 6796 करोड़ रुपए की 62 परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास करने के बाद अपने विचार व्यक्त कर रहे थे। 

श्री यादव ने इन प्राधिकरणों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि आज जिन परियेाजनाओं की आधारशिला रखी गई है, उन्हें आगामी विधान सभा चुनाव से पहले पूरा किया जाए ताकि जनता को समय से इनका लाभ मिल सके। उन्होंने नोएडा में साईकिल ट्रैक, शिल्प हाट एवं बुनकर भवन तथा गे्रटर नोएडा की लोहिया पारिस्थितिकीय संरक्षण वन परियोजना को पूरी गुणवत्ता के साथ पूरा करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि नोएडा में निर्मित होने वाला शिल्प हाट एवं बुनकर भवन प्राधिकरण क्षेत्र के सर्वश्रेष्ठ निजी माॅल से बेहतर होना चाहिए। 

इस अवसर पर श्री यादव ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य को स्थाई विकास की ओर ले जाने का प्रयास कर रही है क्योंकि प्रदेश के विकास के बिना देश का विकास सम्भव नहीं है। आज कई हजार करोड़ की परियोजनाओं का शिलान्यास व लोकार्पण इसी दिशा में किया गया एक ठोस प्रयास है। उन्होंने कहा कि नोएडा, ग्रेटर नोएडा तथा यमुना एक्सप्रेस-वे प्राधिकरण क्षेत्र देश की राजधानी दिल्ली के बेहद करीब हैं, जिसके कारण इनका महत्व और भी बढ़ जाता है। इन इलाकों में हो रहे औद्योगिक विकास और पूंजी निवेश का लाभ पूरे प्रदेश को मिलता है। इसलिए इन्हें 24ग7 ग्लोबल सिटी के तौर पर विकसित किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गेटर नोएडा का महत्व इसलिए और बढ़ गया है क्योंकि ईस्टर्न और वेस्टर्न फ्रेट काॅरिडोर से जुड़ने वाला यह देश का इकलौता शहर होगा। 

राज्य में संसाधनों एवं बाजार की उपलब्धता के आधार पर ‘मेक इन यू0पी0’ पर बल देते हुए श्री यादव ने कहा कि ‘मेक इन इण्डिया’ अभियान को सफल बनाने के लिए प्रदेश का ध्यान रखा जाना जरूरी है। इस अभियान के लिए उत्तर प्रदेश सभी संसाधन उपलब्ध कराने में सक्षम है। राज्य में बुनियादी ढांचे के विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी को प्रदेश की राजधानी से जोड़ने के लिए आगरा-लखनऊ एक्सप्रेस-वे का निर्माण प्रगति पर है। उन्होंने अवस्थापना विकास निधि के लिए और अधिक धनराशि की व्यवस्था करने पर बल दिया। 

मुख्यमंत्री द्वारा नोएडा की 1094.69 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का लोकार्पण किया गया। इसमें सेक्टर-30 में सुपर स्पेशियलिटी बाल चिकित्सालय एवं पोस्ट ग्रेजुएट संस्थान, सेक्टर-62 में 500 छात्राओं हेतु हाॅस्टल, सिंचाई नाले पर 6 पुल, नोएडा के मुख्य मार्गों पर 10 फुट ओवर ब्रिज, सेक्टर-94 से सेक्टर-168 ए तक सड़क मार्ग, सेक्टर-44 में एन0एम0आर0सी0 भवन, सेक्टर-137, 153 तथा 46 में 33/11 के0वी0 के विद्युत उपसंस्थान तथा नोएडा-गे्रटर नोएडा गौतमबुद्ध एक्सप्रेस-वे पर हाईवे ट्रैफिक मैनेजमेण्ट सिस्टम शामिल हैं। 

इसी क्रम में मुख्यमंत्री ने नोएडा के विकास के लिए 3246.96 करोड़ रुपए की परियोजनाओं का शिलान्यास भी किया। इनमें सेक्टर-38 ए में मल्टी लेवल कार पार्किंग व व्यवसायिक केन्द्र, मास्टर प्लान मार्ग संख्या-2 पर एलीवेटेड रोड, कालिन्दी कुंज के पास यमुना नदी पर एकत्रित पुल, सेक्टर-105 में वृद्धाश्रम, अनाथालय एवं दादा-दादी पार्क, समाजवादी आवास योजना के तहत सेक्टर-117,118 एवं 122 में 2000 आवास, नोएडा स्टेडियम में 4000 दर्शक दीर्घा का इण्डोर स्टेडियम, शूटिंग रेंज, सेक्टर-33 ए में शिल्प हाट व बुनकर भवन शामिल हैं। 

नोएडा के सेक्टर-71 व 135 में 2 नये थाना भवन, सेक्टर-96 में प्राधिकरण का मुख्य प्रशासनिक भवन, एम0पी0-1 मार्ग पर एलीवेटेड सड़क, बाॅटेनिकल गार्डेन स्टेशन से सेक्टर-18 तक एलीवेटेड काॅरिडोर, गंगा पेयजल परियोजना के तहत 37.50 क्यूसेक गंगा जल की आपूर्ति, सेक्टर-45, 38 ए, 63, 67 तथा 113 में विद्युत उपकेन्द्र, सेक्टर-94 में कमाण्ड कण्ट्रोल सेण्टर, सेक्टर-82 में सिटी बस टर्मिनल, सेक्टर-108 में ट्रैफिक पार्क, सेक्टर-91 में औषधि पार्क, मुख्य मार्गों पर साईकिल ट्रैक, सेक्टर-150 में शहीद भगत सिंह पार्क तथा सेक्टर-150 और 152 के बीच मार्ग का शिलान्यास भी मुख्यमंत्री ने किया।

मुख्यमंत्री ने गेे्रटर नोएडा औद्योगिक विकास प्राधिकरण की 413.03 करोड़ रुपए की विकास योजनाओं का लोकार्पण किया। इनमें 137 एम0एल0डी0 सीवेज शोधन संयत्र, गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय में आॅडिटोरियम, इण्डोर स्टेडियम, 500 किलोवाॅट का रूफ टाॅप सोलर पावर प्लाण्ट, चिकित्सा विश्वविद्यालय से सम्बद्ध चिकित्सालय में 500 किलोवाॅट का रूफ टाॅप सोलर पावर प्लाण्ट, गौतमबुद्धनगर के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक का कार्यालय भवन, गौतमबुद्ध बालक इण्टर काॅलेज में आॅडिटोरियम, सावित्री बाई फुले बालिका इण्टर काॅलेज में आॅडिटोरियम तथा 

1 मेगावाॅट का ग्रिड कनेक्टेड सोलर पावर प्लाण्ट शामिल हैं। 

गे्रटर नोएडा की 1140.19 करोड़ रुपए की तमाम परियोजनाओं का शिलान्यास भी मुख्यमंत्री द्वारा सम्पन्न हुआ। इनमें लोहिया इन्क्लेव आवासीय योजना, गंगा जल परियोजना, 20 एम0एल0डी0 सीवेज शोधन संयत्र (एस0टी0पी0), 15 एम0एल0डी0 सीवेज शोधन संयत्र (एस0टी0पी0), पुलिस थाना नाॅलेज पार्क-1, सेक्टर ईकोटैक-1 एक्सटेंशन में एकीकृत पुलिस थाना एवं फायर स्टेशन, सेक्टर नाॅलेज पार्क-3 में गे्रटर नोएडा पुलिस थाना, सेक्टर ईकोटैक-3 में एकीकृत पुलिस थाना व फायर स्टेशन तथा लोहिया पारिस्थितिकीय संरक्षण वन सम्मिलित हैं। 

श्री यादव ने यमुना एक्सप्रेस-वे औद्योगिक विकास प्राधिकरण की 901 करोड़ रुपए लागत वाली विकास परियोजनाओं की आधारशिला भी रखी। इनमें समाजवादी आवास योजना के तहत 1955 भवनों का निर्माण, सभी वर्गों के लिए 2 बी0एच0के0 के 768 भवन, सेक्टर-18, 24 तथा 22 डी में विद्युत उपकेन्द्र, सेक्टर-32 में आई0टी0आई0, यमुना एक्सप्रेस-वे तथा बाजना-नौहझील रोड के बीच प्रवेश और निकास रैम्प तथा प्राधिकरण क्षेत्र में साईकिल टैªक का निर्माण शामिल है। 

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्य सचिव आलोक रंजन ने कहा कि राज्य सरकार उत्तर प्रदेश में निवेश को आमंत्रित करने के लिए प्रयासरत है। उन्होंने प्रदेश के एन0सी0आर0 क्षेत्र में कराए जा रहे कार्यों का विवरण देते हुए कहा कि दिल्ली-मुम्बई इण्डस्ट्रियल काॅरिडोर परियोजना के तहत गे्रटर नोएडा में 300 हेक्टेयर क्षेत्र को अर्ली बर्ड परियोजना के तौर पर विकसित किया जा रहा है, जिसमें लगभग 33,000 करोड़ रुपए का निवेश एवं 5,000 लोगों को प्रत्यक्ष रोजगार मिलने का अनुमान है। 

इस अवसर पर प्रदेश के प्रमुख सचिव सूचना नवनीत सहगल, सचिव पर्यटन अमृत अभिजात आदि भी उपस्थित थे।