लखनऊ: एक तरफ जहां प्रदेश सरकार वोट बैंक की राजनीति के चलते आगामी 14 अप्रैल को बाबा साहब भीमराव अम्बेडकर की जयंती जोर-शोर से मनाने की घोषणा कर रही है वहीं दलित समुदाय(बाल्मीकि) के जनपद रामपुर के 80 गरीब दलित परिवारों को बेघर किया जाना, न सिर्फ निन्दनीय है बल्कि अमानवीय भी है। 

प्रदेश कंाग्रेस के प्रवक्ता अमरनाथ अग्रवाल ने आज यहां जारी बयान में कहा कि प्रदेश की समाजवादी पार्टी की सरकार गरीबों को उनका छत मुहैया कराने के नाम पर लोहिया आवास जैसी तमाम योजनाओं को चलाने का ढिंढोरा पीट रही है वहीं जनपद रामपुर के तोपखाना क्षेत्र में लगभग 50-60 वर्षों से बाल्मीकि समाज के गरीब परिवार रह रहे थे, उन्हें सड़क चैड़ा करने के नाम पर रामपुर प्रशासन द्वारा बेघर करते हुए उनके घरों को ढहाये जाने की कार्यवाही करना प्रदेश सरकार की दलित विरोधी मानसिकता को दर्शाता है।

प्रवक्ता ने कहा कि जिस प्रकार से विस्थापित किये जाने वाले पीडि़त बाल्मीकि परिवार सत्तारूढ़ दल के एक स्थानीय कद्दावर मंत्री के इशारे पर विस्थापित किये जाने की कार्यवाही का आरोप लगा रहे हैं, इससे यह साबित होता है कि सरकार में बैठे मंत्री जिलों-जिलों में आम जनता के किस कदर उत्पीड़न पर तुले हुए हैं।  

प्रवक्ता ने कहा कि प्रदेश सरकार को उक्त घटना का तुरन्त संज्ञान लेते हुए रामपुर प्रशासन द्वारा  बाल्मीकि समाज के परिवारों को विस्थापित करने से पहले उनके पुर्नवासित करने की व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु निर्देशित करें।