नई दिल्ली। भाजपा नेता सुब्रह्मण्यम स्वामी ने फ्रांस के साथ राफेल लड़ाकू विमान सौदे का विरोध किया है। उनका कहना है कि यह पूर्ववर्ती संप्रग सरकार द्वारा किया गया भ्रष्ट समझौता है जो बहुत महंगा है और साथ ही ईंधन दक्षता मामले में बहुत कमजोर है। स्वामी के मुताबिक राफेल का लीबिया और मिस्र में अन्य लड़ाकू विमानों के मुकाबले सबसे खराब प्रदर्शन रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि वह समझौते को रद्द कराने के लिए अदालत की शरण भी लेंगे।

स्वामी ने आरोप लगाया कि राफेल में आवश्यक कार्य निष्पादन विशेषता की कमी होने के कारण दुनिया का कोई देश इसे खरीदने को तैयार नहीं हुआ। गौरतलब है कि राफेल को वर्ष 2012 में भारत ने पांच बोली लगाने वालों में से चुना था, क्योंकि इसने सबसे कम बोली लगाई थी।

उन्होंने ट्वीट कर कहा कि यदि मैं रफेद सौदे को लेकर कोर्ट जाऊंगा तो क्या दिग्विजय सिंह राजनीति छोड़ देंगे। उन्होंने यह ट्वीट दिग्विजय सिंह के उस बयान पर किया जिसमें सिंह ने राफेल सौदे पर सवाल उठाए हैं। सिंह ने अपने ट्विट में स्वामी को कोर्ट जाने की चुनौती दी थी।