नई दिल्ली। आप में चल रहे घमासान के बीच एक और चिट्ठी सामने आई है। सूत्रों के मुताबिक आप नेता आतिशी मर्लेना ने पार्टी के वरिष्ठ नेताओं को चिट्टी लिखकर योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण से अलग होने का संकेत दिया है। चिट्ठी में लिखा है कि किस तरह दोनों गुट सहमति की तरफ बढ़ गए थे, लेकिन शांति भूषण के चलते समझौता नहीं हो पाया।

आतिशी की ये चिट्ठी बताती है कि कि वो केजरीवाल गुट की तरफ हैं। आतिशी को प्रशांत-योगेंद्र गुट का माना जाता रहा है और हाल में उन्हें पार्टी प्रवक्ता के पद से हटाकर महाराष्ट्र का प्रभारी बना दिया गया था।

आतिशी मर्लेना ने इस चिट्ठी में लिखा है कि संजय सिंह ने शानदार प्रयास किए थे। आश्चर्यजनक रूप से संजय भाई 26 मार्च तक एक समझौते के करीब पहुंच गए थे जिसमें पार्टी नेताओं की तरफ से माफीनामे और पार्टी में कई तरह के बदलाव की बात शामिल थी। जब मुझे आपकी (प्रशांत) तरफ से समझौता न मानने की वजह पता चली तो मैं अचंभित रह गई। प्रशांत जी आपने इसलिए समझौता नहीं किया क्योंकि शांति भूषण जी ने कहा था, नहीं। देश में बड़ी ताकतों से मुकाबला करने वाला शख्स अपने पिता को नहीं मना पाया। क्योंकि शांति भूषण ने घर छोड़ने की धमकी दी थी।

सूत्रों के मुताबिक आतिशी ने ये चिठ्टी प्रशांत और योगेन्द्र को नेशनल काउंसिल मीटिंग के आसपास लिखी थी। ये चिठ्टी इस लिहाज से महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि आतिशी इस पूरे विवाद में अब तक सामने नहीं आई हैं। उन्हें योगेंद्र-प्रशांत का करीबी बताया जाता था।

वहीं आप नेता राघव चढ्ढा ने कहा कि आज ये साबित हो जाता है कि कौन व्यक्ति विशेष था। अरविंद केजरीवाल को तीसरे नंबर का नेता बोला था। हम लोगों के बीच सकारात्मक बात हो गई थी, लेकिन प्रशांत भूषण के बयान के बाद यह साबित हो गया है कि हकीकत क्या है।