नई दिल्‍ली: पाकिस्तान में हॉकी का खेल एक बार फिर दम तोड़ता नज़र आ रहा है। ख़बरों के मुताबिक पाकिस्तान हॉकी संघ ने पैसों की कमी की वजह से ओलिंपिक क्वालिफ़ाइंग के लिए लगे कैंप को ख़त्म करने का फ़ैसला कर लिया। लेकिन हॉकी इंडिया ने ख़त लिखकर पाकिस्तान हॉकी को मदद करने की पेशकश की है।

हालांकि हॉकी इंडिया को फ़िलहाल इस बारे में पाकिस्तान हॉकी संघ के जवाब का इंतज़ार है। हॉकी इंडिया के महासचिव मुहम्मद मुश्ताक अहमद ने पाकिस्तान हॉकी संघ के महासचिव राणा मुजाहिद को ख़त लिख़कर मदद करने की गुज़ारिश की है। हॉकी इंडिया ने लिखा है कि पाकिस्तान हॉकी टीम के बिना ओलिंपिक खेलों का आयोजन फीका नज़र आएगा।

चार बार वर्ल्ड चैंपियन रह चुकी पाकिस्तान की टीम ने 3 बार ओलिंपिक और 3 बार चैंपियंस ट्रॉफ़ी का ख़िताब जीता है। ख़बरों के मुताबिक पाकिस्तान हॉकी संघ के पास अपने कोच और खिलाड़ियों को देने के लिए दैनिक भत्ता (डेली अलाउएंस) की रक़म भी नहीं है। इसलिए पाकिस्तान हॉकी संघ ने कैंप को बीच में ही ख़त्म करने का फ़ैसला कर लिया।

पाकिस्तान हॉकी की बदहाली की ख़बर दिसंबर में भुवनेश्वर हुई चैंपियंस ट्रॉफ़ी के दौरान भी ज़ोरों पर थी। उस वक्त एक निजी स्पॉन्सर के ज़रिये पाकिस्तान की टीम ने चैंपियंस ट्रॉफ़ी में हिस्सा लिया और फ़ाइनल तक पहुंचकर रजत पदक हासिल कर लिया। ये और बात है कि भारत-पाकिस्तान मैच के दौरान मेहमान टीम के कई खिलाड़ियों ने शर्ट उतारकर दर्शकों का अपमान किया था और बाद में उन्‍हें माफ़ी भी मांगनी पड़ी थी।

पाकिस्तान हॉकी संघ के महासचिव राणा मुजाहिद ने कहा कि उनकी टीम का कैंप पिछले महीने से रावलपिंडी में लगा हुआ था लेकिन पैसों की कमी की वजह से ये कैंप बीच में ही ख़त्म करना पड़ा है। हॉकी इंडिया ने कहा है कि हालांकि चैंपियंस ट्रॉफ़ी के दौरान हुआ मसला अभी ख़त्म नहीं हुआ है, लेकिन पाकिस्तान हॉकी की बुरी हालत को देखते हुए वो उनकी मदद करना चाहते हैं।