कंडोलिम (गोवा): गोवा में छुट्टियां मनाने के लिए गईं केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी जब एक दुकान में गईं, तो वहां चेंजिंग रूम में उनकी नज़र एक खुफ़िया कैमरे पर पड़ी। उन्होंने फौरन इसकी शिकायत की, जिसके बाद पुलिस ने इस मामले में एफआईआर दर्ज करते हुए अब तक तीन लोगों की हिरासत में लिया है।

पुलिस निरीक्षक नीलेश राणे ने कहा कि स्मृति ईरानी उत्तरी इलाके में स्थित तटीय गांव कलांगुटे की एक बुटीक में गई थीं। वह कपड़े पहन कर देख रही थीं, तभी उनके एक सहायक की नजर कैमरे पर पड़ी तो उसने शोरगुल मचाना शुरू कर दिया और रोने लगी। यह स्थान राजधानी पणजी से 20 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है।

राणे ने कहा, ‘जिस वक्त केंद्रीय मंत्री बुटीक में थीं, तभी उनके एक सहायक ने उन्हें कैमरे के बारे में बताया। कैमरा लगा तो ट्रायल रूम के बाहर है लेकिन ऐसा लगता है कि वह अंदर के दृश्यों को रिकॉर्ड करता है।’

वहीं कलांगुटे से बीजेपी विधायक माइकल लोबो ने कहा कि राज्य की बीजेपी के नेतृत्व वाली सरकार ने मामले को गंभीरता से लिया है। लोबो ने एनडीटीवी को बताया कि कैमरा इस तरह लगाया गया था कि इसका रुख सीधे चेंजिंग रूम की ओर था और यह आसानी से नजर नहीं आ रहा था।

उन्होंने कहा, ‘मैं पुलिस के साथ फिलहाल हार्ड डिस्क की छानबीन कर रहा हूं। पिछले तीन से चार महीनों की फुटेज मिली है, जिसमें महिलाएं कपड़े बदल रही हैं।’

कांग्रेस ने इसी बीच दावा किया कि ‘चेंजिंग रूम कांड’ गोवा का सबसे बड़ा राज है, खात तौर पर पर्यटन केंद्रित तटीय इलाकों में। कांग्रेस प्रवक्ता दुर्गादास कामत ने कहा, ‘सिर्फ यही बुटीक नहीं, इस तरह की सुविधाओं वाली सभी बुटीकों की जांच की जानी चाहिए। एक केंद्रीय मंत्री कम से कम अधिकारियों को सचेत कर सकता है, लेकिन ज्यादातर लोग ऐसा नहीं कर सकते।’

वहीं इस पूरे मामले में फ़ैब इंडिया ने सफाई देते हुए कहा है कि कैमरा ट्रायल रूम पर फ़ोकस नहीं था। फ़ैब इंडिया के एमडी ने NDTV से कहा कि स्टोर में नज़र रखने के लिए कैमरा लगाया गया था।