लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने कहा कि अखिलेश राज में किसान संकट में है। खेतो में गन्ना खड़ा है, कोर्ट के निर्देश के बावजूद आधा दर्जन चीनी मिले में पेराई बंद हो गयी है। प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने अखिलेश सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि सरकारी दावो के बीच बेवक्त आयी प्राकृतिक आपदओं की मार झेल रहे किसानों को अखिलेश सरकार उनकी उपज का दाम भी समय से नहीं दे रही है। उन्होनंे सवाल करते हुए कहा कि 27 मार्च तक मुआवजा बट जाने के दावे हो रहे थे क्या हुआ, क्यों राज्य में सरकार पर भरोसा नहीं कर पा रहा किसान, मौत को गले लगा रहा है।

पार्टी मुख्यालय पर सोमवार को सरकार के किसान विरोधी रवैये पर चर्चा करते हुए प्रदेश प्रवक्ता विजय बहादुर पाठक ने कहा कि गन्ना किसानों के भुगतान का 9500  करोड़ बकाया आलू की फसल बर्बाद हो गयी, गेहंू सहित दलहनि फसलों के नुकसान से मर्माहत है किसान ऊपर से गन्ना बकाये के भुगतान ने उसकी कमर ही तोड़ दी है। खेतो में गन्ना खड़ा है मा0 न्यायालय के निर्देश है कि किसानों के खड़े गन्ने की पेराई होने के बाद ही मिले बंद हो। फिर भी दर्जनों मिले बगैर किसानों का गन्ना पेरे बंद हो गयी। एक तो भुगतान के लिए किसान मारा-मारा फिरता, अब गन्ने के पेराई के लिए भी जूझ रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्य की सत्ता पाने के लिए समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव के दौरान किसानों को भरोसा देते हुए बड़े-बड़े वादे किये। सत्ता में आने के बाद जीत का श्रेय किसान और मुसलमान को देने वाले समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव यह क्यों भूल जा रहे है कि जिनके भरोसे सत्ता में आये वो मौत को गले लगा रहे है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने स्वयं गन्ना बेल्टों जा-जाकर किसानों से यह वादा किया कि राज्य सत्ता में आते ही गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान करने के लिए चीनी मिल मलिकों को बाध्य किया जायेगा। लेकिन सत्ता में आने पर सुर बदले और मिल मालिको के पैरवी और पाले में खड़ी होती नजर आयी अखिलेश सरकार मिल मालिकों के लिए रियायतों का टोकरा लिए खड़ी रही। 

श्री पाठक ने कहा कि राज्य में बर्दाद हुई फसलों से आहत किसानों की मौत के आकड़े कम होने का नाम नहीं ले रहे। 27 मार्च तक सरकार ने मुआवजा बांट दिये जाने के निर्देश दिये थे। सरकार के उन निर्देशों का क्या हुआ ? उन्होनंे सवाल करते हुए कहा कि सरकार यह आकड़े सार्वजनिक करे कि किस जनपद में कितना मुआवजा वितरण हुआ है। जनपदवार बर्बाद हुए फसलों के कारण मौत को गले लगाते किसानों के कितने परिजनों को घोषित मुआवजा राशि उपलब्ध करायी गयी।

भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि सियासी बयानबाजी से इतर मुख्यमंत्री अखिलेश यादव किसानों को दी जाने वाली अनुग्रह राशि के वितरण पर अपने आदेशों का अनुपालन करा देते तो परेशान किसानों को कुछ राहत मिलती।