नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी(आप) में अंदरूनी कलह खत्म होने का नाम नहीं ले रही है। योगेन्द्र यादव और प्रशांत भूषण को आप की राष्ट्रीय परिषद् की बैठक से बाहर किए जाने की अटकलों के बीच कुमार विश्वास ने शुक्रवार को कहाकि, दोनों “विद्रोही” नेताओं को पार्टी को सम्मानजनक तरीके से छोड़कर निकल जाना चाहिए। उन्होंने आप में कलह के लिए बाहरी ताकतों को जिम्मेदार ठहराया। विश्वास ने कहाकि, प्रशांत भूषण और योगेन्द्र यादव ने अपने इस्तीफे मेल के जरिए भेजे थे और अब वे झूठ बोल रहे हैं कि उन्होंने इस्तीफा नहीं दिया। 

इससे पहले गुरूवार रात को भूषण और यादव ने मीडिया के सामने कहाकि, उनके इस्तीफे की बात की जा रही है लेकिन इस्तीफा है कहां। उन्होंने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहाकि, केजरीवाल ने राष्ट्रीय परिष्ाद् से उनका इस्तीफा लेने के लिए बात शुरू की और उनके द्वारा उठाए गए मुद्दों को लेकर कोई गंभीरता नहीं दिखाई गई। बेंगलुरू में इलाज कराने के बाद लौटे केजरीवाल ने पिछले 10 दिनों में भूषण और यादव से एक बार भी नहीं मिले और उन्होंने इस विष्ाय पर चुप्पी भी साध रखी है। 

केजरीवाल के करीबी लोगों का कहना है कि भूषण और यादव की सभी मांगों को मान लिया गया है लेकिन राष्ट्रीय संयोजक के पद से उन्हें हटाने की मांग को स्वीकार नहीं किया जाएगा। इस बात का यादव व भूषण ने सिरे से इनकार किया और केजरीवाल पर झूठ फैलाने का आरोप लगाया। यादव ने कहाकि, हमने इस्तीफा नहीं दिया है। यदि हमारे शर्ते मान ली जाती है तो हम सभी पद छोड़ने को तैयार है। यह दुर्भाग्यजनक है कि हमारी पार्टी के कुछ वरिष्ठ नेता हैं वे झूठ बोल रहे हैं।