मुंबई : पश्चिम एशिया में भू-राजनीतिक मुद्दों को लेकर तनाव बढ़ने से देश से विदेशी पूंजी निकलने की आशंका के बीच बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स 654 अंक का गोता खाकर 28,000 के नीचे बंद हुआ। यह तीन माह की सबसे बड़ी गिरावट है।

गुरुवार को मासिक डेरिवेटिव्ज सौदों का निपटान किए जाने एवं कल अमेरिकी बाजार में गिरावट के कारण भी बाजार में बिकवाली दबाव हावी रहा। अमेरिका में टिकाऊ उपभोक्ता सामानों की बिक्री में फरवरी में गिरावट की रपट आने के बाद वहां कल बाजार में गिरावट दर्ज की गयी। यमन में हूती विद्रोहियों के खिलाफ सउदी अरब द्वारा हवाई हमले किए जाने के बाद आपूर्ति संबंधी चिंताओं से कच्चा तेल करीब छह प्रतिशत चढ़ गया।

कारोबार के पूरे सत्र में बंबई शेयर बाजार का सेंसेक्स बिकवाली दबाव में रहा और कारोबार के अंत में यह 654.25 अंक टूटकर 27,457.58 अंक पर बंद हुआ। छह जनवरी के बाद यह सबसे तेज गिरावट है। सात सत्रों में सेंसेक्स 1,278.80 अंक टूट चुका है। छह जनवरी को सेंसेक्स 854.85 अंक टूटा था।

नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 188.65 अंक टूटकर 8,400 से नीचे 8,342.15 अंक पर बंद हुआ। क्षेत्रवार सबसे अधिक नुकसान में आईटी सूचकांक रहा।