पहले ही साल 317 करोड़ रूपए यात्राओं पर किए खर्च

नई दिल्ली। संशोधित बजटीय अनुमान के मुताबिक मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल के पहले साल में 317 करोड़ रूपए यात्राओं पर खर्च किए हैं। ये खर्च मोदी सरकार से पहले केंद्र में सत्ता संभाल रही यूपीए-2 की सरकार के 2013-14 के खर्च के मुकाबले 59 करोड़ रूपए ज्यादा है। यूपीए-2 ने इस कार्यकाल में यात्राओं पर कुल 258 करोड़ रूपए खर्च किए थे।

इस ट्रेवल बिल में केंद्रीय मंत्रियों, राज्य मंत्रियों, पूर्व पीएम द्वारा यात्रा पर किया गया खर्च और प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति द्वारा द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले विमानों के मेनटेनेंस का खर्च शामिल है। अपने मंत्रियों के मुकाबले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहीं ज्यादा यात्राएं की हैं। वहीं इस मद में होने वाले खर्च में कोई कटौती होते हुए नजर नहीं आ रही है, क्योंकि सरकार ने वित्तीय बजट 2015-16 में पहले से ही इस मद में 269 करोड़ रूपए का प्रावधान कर रखा है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 65 सदस्यीय मंत्री परिषद के वेतन और अन्य भत्तों पर इस साल कुल मिलाकर 14 करोड़ रूपए खर्च हुए, जो कि 75 सदस्यीय यूपीए कैबिनेट के लगभग बराबर है। हालांकि पीएमओ के खर्चे की बात करें तो यह यूपीए सरकार के आखिरी साल के 31 करोड़ रूपए के मुकाबले 2014-15 में बढ़कर करीब 40 करोड़ रूपए हो गया। अगर यूपीए सरकार के पिछले पांच सालों का औसत निकाला जाए, तो मोदी सरकार का यात्रा खर्च पिछली सरकार के लगभग बराबर ही है।