लखनऊ: साप्ताहिक दिनी कक्षाओं में इस सप्ताह मौलाना शबीह हैदर ने इस्लाम में राष्ट्रीय हित के महत्व के विषय पर शिक्षा दी । मौलाना ने कहा कि इस्लामिक शिक्षा इंसान से मांग करती है कि वह अपने निजी हितों को राष्ट्रीय हितों पर कुर्बान करे यही कारण है कि इस्लाम में रिश्वतखोरी और जमाखोरी से रोका गया है वहीं जकात को अनिवार्य किया गया है, सीमाओं पर जवानों की वफादारी यह सबूत है कि मनुष्य की दृष्टि में राष्ट्रीय हित का महत्व पहले होना चाहिए । मौलाना  ने कहा जो सम्प्रदाय इस्लामी शिक्षाओं और मूल्यों का पालन करती है वह हमेशा सफल रहती है और दुनिया की बड़ी से बड़ी ताकत उसको पराजित नहीं कर सकती वह राष्ट्र हर क्षेत्र में विकास की मंज़िलें तय करता है जो राष्ट्रीय हित में काम करता है। यही संदेश हमें जनाबे फातिमा जहरा स0अ0 के जीवन से मिलता हे। .शहजादी ने कभी अपने लाभ के लिए कोई काम नहीं किया बल्कि जो भी कदम उठाए हैं वे राष्ट्रीय हित में किए हैं उसके लिए जनाबे फातिमा जेहरा की पूरी जीवन का अध्ययन करना चाहिए। दूसरी शिक्षा मौलाना इसतेफा रजा ने दिया जिसमें जनाबे फातिमा पर विशेष चर्चा की। शिक्षा के बाद इमामे जुमा मौलाना सैयद कल्बे जवाद नकवी द्वारा शहादते जनाबे फातिमा के मद्देनजर  मजलिस आयोजित किया और नज्र फातेमा का भी एहतेमाम हुआ।