विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग पर हुआ विचार-विमर्श, अयोध्या में बने स्मारक को और दर्शनीय बनाने के बारे में भी हुई चर्चा

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से आज कोरिया गणराज्य के राजदूत जून ग्यू ली ने उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। मुख्यमंत्री से मुलाकात के दौरान जून ग्यू ली ने बताया कि भारत खास तौर पर उत्तर प्रदेश के साथ कोरिया गणराज्य के सांस्कृतिक व ऐतिहासिक सम्बन्ध रहे हैं। उन्होंने कोरिया और उत्तर प्रदेश के बीच सम्पर्क बढ़ाने, पर्यटन व औद्योगिक क्षेत्रों में सहयोग करने तथा कोरिया में उत्तर प्रदेश के लोगों के लिए रोजगार की सम्भावनाओं के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया। 

श्री यादव ने कहा कि भारत व कोरिया के मजबूत सम्बन्ध रहे हैं। ऐसे में राज्य सरकार इन सम्बन्धों का सदुपयोग प्रदेश के विकास के लिए करना चाहेगी। उन्होंने कहा कि वे चाहते हैं कि यह सम्बन्ध नए आयाम हासिल करें। कोरियाई राजदूत से भेंट के मौके पर उत्तर प्रदेश के विकास तथा आपसी सहयोग के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की गई। 

ज्ञातव्य है कि वर्ष 2000 में दक्षिण कोरिया का एक प्रतिनिधिमण्डल फैजाबाद आया था और इसके बाद फैजाबाद तथा कोरिया के किम हे नगरों के बीच सिस्टर सिटी अनुबन्ध हुआ। इसके तहत अयोध्या में क्राक क्लैन सोसाइटी द्वारा एक स्मारक बनवाया गया, जहां प्रतिवर्ष बड़ी संख्या में कोरिया से पर्यटक आते हैं। इस मौके पर प्रदेश के अन्य दर्शनीय स्थलों का भ्रमण भी करते हैं। कोरिया के राजदूत ने अयोध्या के इस स्मारक को और भव्य व दर्शनीय बनवाए जाने के सम्बन्ध में भी विचार-विमर्श किया।

यह भी उल्लेखनीय है कि दक्षिण कोरिया के किम लोगों का यह मानना है कि आज से लगभग 2000 वर्ष पूर्व अयोध्या की एक राजकुमारी कोरिया गई थीं, जहां उनका विवाह राजा किम सूरो से हुआ था। वर्तमान में उनके वंशज आज कोरिया के क्राक क्लैन के सदस्य हैं।