नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तथा उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया कोर्ट की धमकी के बाद कोर्ट पहुंच गए हैं। इन दोनों के साथ आप नेता योगेन्द्र यादव भी न्यायालय पहुंचे। माना जा रहा है कि अदालत इन तीनों पर लगे आपराधिक मानहानि के मुद्दे पर अपना फैसला सुना सकती है।

उल्लेखनीय है कि मंगलवार को आप पार्टी के तीनों नेताओं की दिल्ली की कडकडदुमा कोर्ट में तारीख थी जिस पर तीनों ही नहीं पहुंचे थे। इस पर कोर्ट ने अरविंद के जरीवाल की कोर्ट में पेश होने की अर्जी खारिज करते हुए उन्हें दोपहर के दो बजे से पहले कोर्ट में पेश होने का आदेश दिया था। कोर्ट ने कहा कि मुख्यमंत्री के मन में क ानून के लिए सम्मान नहीं है। इससे पहले केजरीवाल, सिसोदिया तथा योगेन्द्र यादव को व्यस्तता के चलते व्यक्तिगत हाजिरी से छूट दी गई थी। 

कोर्ट को लिखी अर्जी में केजरीवाल ने कोर्ट में अनुपस्थित होने के लिए कोई वजह भी नहीं बताई। कोर्ट ने आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता तथा दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया तथा योगेन्द्र यादव को भी कोर्ट में उपस्थित होने के आदेश दिए थे।

उल्लेखनीय है कि तीनों ही नेताओं के खिलाफ कडकडदुमा कोर्ट में एक आपराधिक मानहानि का मुकदमा चल रहा है। यह मुकदमा एडवोकेट सुरेन्द्र कुमार शर्मा द्वारा आईपीसी की धारा 499, 500 तथा 34 के तहत मामला दर्ज कराया गया था। इस पर केजरीवाल, सिसोदिया तथा यादव को गिरफ्तार किया गया तथा 4 जून 2014 को क ोर्ट द्वारा जमानत पर रिहा किया गया था।

शर्मा ने अपनी शिकायत में कहा था कि वर्ष 2013 में आप पार्टी के कार्यकर्ता उनसे मिले तथा दिल्ली चुनावों के लिए उन्हें टिकिट देने का वायदा दिया जिस पर उन्होंने उम्मीदवारी का फॉर्म भी भर दिया था। परन्तु बाद में आप पार्टी ने उन्हें टिकिट देने से मना कर दिया।