पटना : बिहार विधानमंडल के समवेत सत्र में आज राज्यपाल केशरी नाथ त्रिपाठी के अभिभाषण और उसके बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सरकार के विश्वास मत हासिल करने के दौरान पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी सदन से अनुपस्थित रहे। वह विधानसभा सचिवालय के जवाब का इंतजार कर रहे हैं कि उन्हें असंबद्ध घोषित किए जाने के बाद उनपर व्हीप लागू होगा।

मांझी ने को बताया कि उन्होंने संवैधानिक विशेषज्ञ सुभाष कश्यप से सुझाव प्राप्त किया है और कश्यप ने उनसे कहा है कि असंबद्ध सदस्य पर व्हीप लागू नहीं होता है। संसदीय कार्य मंत्री एवं बिहार विधानसभा में जदयू विधायक दल के मुख्य सचेतक श्रवण कुमार ने राज्यपाल के अभिभाषण और उसके बाद नीतीश सरकार के विश्वास मत हासिल करने के दौरान मांझी सहित जदयू के 110 विधायकों को सदन में उपस्थित रहने को व्हीप जारी किया था।

बिहार विधानसभा की आज पूर्वाह्न 11 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने पर मांझी पटना के एक अणे मार्ग स्थित अपने आवास पर उपस्थित थे। इस बीच, बिहार विधानसभा में की गयी बैठने की व्यवस्था के तहत नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री के लिए निर्धारित एक नंबर सीट तथा मांझी के लिए ट्रेजरी बेंच की 116 नंबर सीट निर्धारित की गयी है।

मांझी ने सदन की कार्यवाही से खुद को अलग रखा। उनके समर्थक विधायक बिहार विधानसभा में मौजूद रहे। मांझी मंत्रिमंडल में मंत्री रहे जदयू विधायक नरेंद्र सिंह, वृषिण पटेल, नीतीश मिश्र, सम्राट चौधरी और बागी पार्टी विधायक राजीव रंजन आज ट्रेजरी बेंच पर बैठे दिखे।