नई दिल्ली। सरकार ने बुधवार को कहा कि देश के किसी भी शिक्षण संस्थान में कट्टरपंथी शिक्षा नहीं दी जा रही है और देश के छात्र देशभक्ति को लेकर बेहद संवेदनशील हैं। 

मानव संसाधन मंत्री स्मृति ईरानी ने लोकसभा में एक पूरक प्रश्न के उत्तर में बताया कि इस बात में कोई सच्चाई नहीं है कि देश की कुछ शैक्षणिक संस्थाओं में कट्टरपंथी शिक्षा दी जा रही है। 

उन्होंने कहा कि ये संस्थाएं हमारी युवा पीढ़ी को विद्या का आशीर्वाद देने के लिए समर्पित हैं। नौजवान पीढ़ी राष्ट्रभक्तों की पीढ़ी हैं और वे अगर कोई आक्रोश भी व्यक्त करते हैं तो संविधान के दायरे में रहकर। हमारे छात्र बेहद संवेदनशील हैं और नहीं चाहते हैं कि कोई उनकी देशभक्ति पर उंगली उठाए। 

ईरानी ने एक अन्य पूरक प्रश्न के उत्तर के बताया कि केंद्र सरकार ने उन्नत भारत अभियान शुरू किया है। इसके तहत देश के सभी आईआईटी, आईआईएम, केंद्रीय विश्वविद्यालयों और एनआईटी को आसपास के पांच गावों को गोद लेने के लिए उत्साहित किया जा रहा है ताकि वहां के लोगों के जीवन स्तर को बेहतर बनाया जा सके। 

उन्होंने एक अन्य पूरक प्रश्न के उत्तर में बताया कि सरकार ने देश में बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए कई कदम उठाए हैं। बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ के अलावा प्रगति और उड़ान कार्यक्रम भी शुरू किए गए हैं जिनके तहत स्कूल में अच्छा प्रदर्शन करने वाली लड़कियों को तकनीकी शिक्षा के लिए तैयार किया जाएगा। सरकार ने इस साल अगस्त तक सभी विद्यालयों में छात्राओं के लिए अलग से शौचालय बनाने का लक्ष्य रखा गया है जिसे राज्य सरकारों की मदद से पूरा किया जाएगा।