यरूशलम: इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतान्याहू ने कहा है कि इस्राइल पश्चिम एशिया में मौजूदा हालात को देखते हुए फिलीस्तीनियों के लिए जमीन नहीं छोड़ेगा। नेतान्याहू ने कहा, खाली की गई कोई भी जमीन ईरान समर्थित इस्लामी चरमपंथ और आतंकवादी संगठनों के हाथ लग सकती है। इसलिए कोई रियायत और कोई वापसी नहीं होगी। यह अप्रासंगिक है।

यह बयान उनकी लिकुड पार्टी ने जारी किया। नेतान्याहू अगले सप्ताह के चुनाव को देखते हुए कट्टरपंथी यहूदियों को प्रभावित करने की कोशिश कर रहे हैं। पार्टी प्रवक्ता एली बेनेत ने कहा है कि नेतान्याहू के 2009 का भाषण अब प्रासंगिक नहीं है, जिसमें इस्राइल के साथ फिलीस्तीनी देश की स्थापना का आह्वान किया गया था।

अंतरराष्ट्रीय समुदाय लंबे समय से 1967 मध्यपूर्व युद्ध में इस्राइल द्वारा कब्जा की गई भूमि पर एक फिलीस्तीनी राज्य के गठन पर जोर दे रहा है।