हैमिल्टन : विश्व कप में इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ी आत्मविश्वास से ओतप्रोत भारतीय टीम कल आयरलैंड के खिलाफ शानदार जीत दर्ज करने के इरादे से उतरेगी ।

लगातार चार जीत के साथ क्वार्टर फाइनल में जगह बना चुकी गत चैम्पियन भारतीय टीम की नजरें लगातार पांचवीं जीत पर है । अगर वह आयरलैंड को हरा देती है तो विश्व कप में लगातार नौ जीत दर्ज करने का रिकार्ड उसके नाम हो जायेगा । इस अश्वमेधी अभियान का आगाज 2011 विश्व कप के दौरान चेन्नई में वेस्टइंडीज पर जीत के साथ हुआ था । पिछले मैच में वेस्टइंडीज पर मिली जीत उसकी लगातार आठवीं जीत थी जिसके साथ उसने 2003 में दक्षिण अफ्रीका में हुए विश्व कप में सौरव गांगुली की टीम के रिकार्ड की बराबरी कर ली थी ।

यह विश्व कप का एक और बेमेल मुकाबला होगा जिसमें भारत का इरादा आयरलैंड पर दबदबा बनाये रखने का होगा । दूसरी ओर आयरलैंड पूल बी में चौथे स्थान पर कब्जा करके क्वार्टर फाइनल में पहुंचने की फिराक में है । पिछली बार भारत और आयरलैंड की टक्कर बेंगलूर में पिछले विश्व कप के दौरान हुई थी जिसमें मेजबान ने पांच विकेट से जीत दर्ज की थी । युवराज सिंह ने अर्धशतक जमाने के साथ पांच विकेट लिये थे ।

भारतीय गेंदबाजों ने एक ईकाई के रूप में टूर्नामेंट में बेहतरीन प्रदर्शन करते हुए चार मैचों में 37 विकेट लिये हैं । इनमें से भुवनेश्वर कुमार ने संयुक्त अरब अमीरात के खिलाफ एक विकेट लिया था यानी बाकी पांच गेंदबाज 36 विकेट ले चुके हैं ।

आर अश्विन और मोहम्मद शमी नौ-नौ विकेट ले चुके हैं जबकि उमेश यादव, मोहित शर्मा और रविंद्र जडेजा को छह छह विकेट मिले हैं । यही नहीं गेंदबाजों का इकानामी रेट भी बेहतरीन रहा है । सबसे महंगे जडेजा साबित हुए हैं जिन्होंने 4.51 प्रति ओवर की दर से रन दिये हैं । यादव का इकानामी रेट 4.33 रहा है जबकि शमी ने चार रन प्रति ओवर की दर से रन दिये हैं । अश्विन का इकानामी रेट 3.91 रहा है । वहीं मोहित ने 3.90 की औसत से रन दिये हैं जो अब तक भारत के लिये इस टूर्नामेंट की खोज रहे हैं ।

सेडन पार्क मैदान छोटा होने के कारण भारतीय गेंदबाजों के लिये चुनौती कठिन होगी । भारतीय बल्लेबाज हालांकि इसका पूरा फायदा उठाने की कोशिश में होंगे । वेस्टइंडीज के खिलाफ पिछले मैच में फिनिशर रहे महेंद्र सिंह धोनी समेत सभी शीर्ष सात बल्लेबाज कम से कम एक अच्छी पारी खेल चुके हैं ।

पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ क्रमश: 77 और 137 रन बना चुके शिखर धवन का इरादा बड़ी पारी खेलने का होगा चूंकि वह अमीरात और वेस्टइंडीज के खिलाफ नाकाम रहे थे । विराट कोहली ( 219 रन ) ने अभी तक सभी मैचों में अच्छी शुरूआत की है । पाकिस्तान के खिलाफ पहले मैच में उन्होंने शतक बनाया था । वेस्टइंडीज के खिलाफ 33 रन बनाने के बाद वह खराब पूल शाट खेलकर आउट हुए । सुरेश रैना और अजिंक्य रहाणे भी एक एक अच्छी पारी खेल चुके हैं । दोनों वेस्टइंडीज के खिलाफ खराब फार्म में दिखे और अब बड़ा स्कोर बनाना चाहेंगे ।

भारतीय बल्लेबाजों के लिये भी सेडन पार्क पर अपना खराब रिकार्ड ठीक करने का यह सुनहरा मौका होगा । भारत ने यहां आठ में से सिर्फ दो वनडे जीते हैं । इस मैदान पर वीरेंद्र सहवाग वनडे शतक जमाने वाले एकमात्र भारतीय बल्लेबाज हैं जिन्होंने 2002-03 में यह कारनामा किया था । आयरलैंड का इरादा क्वार्टर फाइनल में प्रवेश का होगा लेकिन इसके लिये उसे अगले दो मैचों में भारत या पाकिस्तान को हराना होगा ।

एड जायस उसके लिये चार मैचों में 233 रन बना चुके हैं जबकि एंडी बालबर्नी ने 219 रन बनाये हैं । आक्रामक केविन ओब्रायन अभी तक एक ही मैच में चल सके हैं और यही हाल उनके भाई नियाल ओब्रायन का है । तेज गेंदबाज बायड रैंकिन के बिना आयरलैंड की गेंदबाजी कमजोर लग रही है । तेज गेंदबाज एलेक्स कुसाक और स्पिनर जार्ज डाकरेल पर विकेट लेने का दारोमदार होगा । कुल मिलाकर भारत का पलड़ा हर विभाग में भारी है ।