नई दिल्‍ली : निर्भया कांड के एक दोषी के इंटरव्‍यू को लेकर राज्‍यसभा में बुधवार को जमकर हंगामा हुआ। आज सदन की कार्रवाई शुरू होने के बाद 16 दिसंबर गैंगरेप के एक दोषी के बीबीसी की ओर से इंटरव्‍यू किए जाने पर विपक्ष ने खूब हंगामा किया। इस दौरान, सरकार ने इस मामले में कड़ी कार्रवाई और जांच का भरोसा दिया।

गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने इस मामले में आज राज्‍यसभा में सफाई देते हुए कहा कि निर्भया कांड के दोषी की डॉक्‍यूमेंट्री पर रोक लगा दी गई है। इस घटना से व्‍यक्तिगत रूप से आहत हूं। सरकार इस वाकये का विरोध करती है और कड़ा कदम उठाएगी।  बीबीसी की इस डॉक्‍यूमेंट्री को शर्तों पर इजाजत दी गई थी। रिसर्च के लिए इजाजत दी गई थी। इजाजत की शर्त का उल्‍लंघन हुआ है। डॉक्‍यूमेंट्री को पहले जेल प्रशासन को दिखाना था। राजनाथ ने कहा कि हमने इंटरव्‍यू रुकवाने के लिए कोर्ट से इजाजत लिया है। बीबीसी की यह डॉक्‍यूमेंट्री किसी हाल में प्रसारित नहीं की जाएगी। आगे जेल में बंद दोषी के इंटरव्‍यू की इजाजत नहीं दी जाएगी।

गृह मंत्री ने कहा कि मैं खुद इस बात को लेकर अचंभित हूं कि एक रेपिस्‍ट का इंटरव्‍यू लेने की इजाजत कैसे दी गई। मेरे लिए यह चौंकानी वाली घटना है। हम इस बात का पता लगाएंगे कि इंटरव्‍यू की इजाजत क्‍यों दी गई। हम पूरे मामले की जांच कराएंगे। राजनाथ ने कहा कि सरकार महिलाओं के सम्‍मान के लिए प्रतिबद्ध है। किसी हाल में यह इंटरव्‍यू प्रसारित नहीं किया जाएगा। हमने दोषी का इंटरव्‍यू रुकवाने के लिए कोर्ट से आदेश लिया है। उन्‍होंने कहा कि विदेश में भी इस इंटरव्‍यू का प्रसारण रोकने की कोशिश करेंगे।

वहीं, केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता मुख्‍तार अब्‍बास नकवी ने सदन में कहा कि सरकार इस बात का पता कर रही है कि इस इंटरव्‍यू को कैसे अंजाम दिया गया। जो भी व्‍यक्ति इस मामले में दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्‍त कार्रवाई की जाएगी। नकवी ने कहा कि सरकार जो भी कार्रवाई करेगी उससे सदन को अवगत करवाया जाएगा।

 सपा सांसद जया बच्‍चन ने कहा कि इस मामले में कार्रवाई करने के लिए दो दिन का समय क्‍यों चाहिए। कार्रवाई जल्‍द होनी चाहिए। सरकार दोषी पर जल्‍द कार्रवाई करे। सरकार मगरमच्‍छ के आंसू बहा रही है।

वहीं, राज्‍यसभा के डिप्‍टी चेयरमैन पीजे कुरियन ने कहा कि ये मामला संवेदनशील है। कुरियन ने कहा कि सवाल बीबीसी का नहीं है बल्कि ये इंटरव्‍यू इस देश में हुआ। दोषी अपने अपराध को नहीं कबूल कर रहा है, यह अविश्‍वसनीय है। मैं चाहता हूं कि सरकार इस पर कार्रवाई करे और सदन को बताए। इससे पहले, जेडीयू के वरिष्‍ठ नेता केसी त्‍यागी ने राज्‍यसभा में निर्भया कांड की डॉक्‍यूमेंट्री पर चर्चा के लिए नोटिस दिया। सदन में हंगामे के दौरान बीच में राज्‍यसभा की कार्यवाही स्‍थगित भी हुई।