नई दिल्ली: आम आदमी पार्टी में एक बड़ी सियासी हलचल हुई है। पार्टी के संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की बागडोर संभाल रहे अरविंद केजरीवाल ने पार्टी के संयोजक पद से इस्तीफा दे दिया है। केजरीवाल ने नेशनल एग्जीक्यूटिव को चिट्ठी दी है। इस्तीफे पर कार्यकारिणी की बैठक में चर्चा होगी। गौर हो कि अरविंद आम आदमी पार्टी के गठन के साथ ही उसके संयोजक हुआ करते थे।

केजरीवाल ने अपनी चिट्ठी में लिखा है कि एक साथ दो पद को निभाना मुश्किल है। अब मैं सिर्फ दिल्ली पर ध्यान लगाना चाहता हूं। मैंने व्यस्तता की वजह से संयोजक के पद से इस्तीफा दे दिया है।  आज आम आदमी पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक हो रही है जिसमें अरविंद शामिल नहीं होंगे। केजरीवाल आज शाम बेंगलुरू के लिए रवाना होंगे जहां वह दस दिन तक प्राकृतिक चिकित्सा कराएंगे।

आम आदमी पार्टी (आप) में जारी अंतर्विरोध आज खुलकर सामने आ सकता है। पार्टी की बुधवार को होने जा रही राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी नेता योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण पर सख्त फैसला लेते हुए उन्हें पार्टी की शीर्ष समिति (पीएसी) से बाहर निकाला जा सकता है। यह बैठक आज दोपहर दो बजे शुरू होगी।

दूसरी तरफ आप के एक वरिष्ठ नेता योगेंद्र यादव ने एक न्‍यूज चैनल से बातचीत में आज कहा कि आप में कोई गृहयुद्ध नहीं है। कोई झगड़ा नहीं है। मतभेद और मतांतर हो सकते हैं, लेकिन किस पार्टी के अंदर दिक्‍कत नहीं होती है। पार्टी में राज्‍यों की स्‍वायत्‍ता होनी चाहिए। संयोजक पद कोई मुद्दा ही नहीं। 6 महीने पहले प्रशांत भूषण ने उठाई थी यह बात। पीएसी का पुनगर्ठन होना चाहिए। हम दूसरी पार्टियों अलग हैं।