नई दिल्ली: मुद्रास्फीति कमजोर होने और बजट में सरकार की आर्थिक वृद्धि की योजनाओं से उत्साहित भारतीय रिजर्व बैंक ने आज अपनी मुख्य दर (रेपो दर) 0.25 प्रतिशत घटाकर 7.5 प्रतिशत कर दी। रिजर्व बैंक की ओर से दो माह से भी कम समय में दूसरी बार आश्चर्यजनक रूप से यह कटौती की गई है।
रिजर्व बैंक के गवर्नर रघुराम राजन ने एक बयान में कहा, पूंजी तरलता समायोजन सुविधा (एलएएफ) के तहत मुख्य नीतिगत दर में 25 आधार अंक अथवा 0.25 प्रतिशत की कटौती करके 7.5 प्रतिशत करने का निर्णय किया गया है। नयी दरें तत्काल प्रभाव से लागू हो गई हैं। रिजर्व बैंक की ओर से मुख्य नीतिगत दर में कटौती से व्यक्तिगत ऋण एवं कॉरपोरेट ऋण दरों में कटौती होगी, जिससे आवास, वाहन एवं कॉरपोरेट ऋण सस्ता हो जाएगा। हालांकि रिवर्स रेपो दरों को चार प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखा गया है।
राजन ने बयान में कहा कि 2015-16 की पहली छमाही में मुद्रास्फीति के कमजोर पड़ने की उम्मीद है, जबकि दूसरी छमाही में यह छह प्रतिशत से नीचे आ सकती है।
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