लखनऊ: भारतीय जनता पार्टी ने अप्रत्याशित बरसात और ओला गिरने से किसानों की फसलों को हुए नुकसान की भरपाई के लिए प्रदेश की सपा सरकार से 10 हजार रूपये प्रति हेक्टयर के हिसाब से किसानों को तत्काल राहत दिये जाने की मांग की है। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने प्रदेश की सपा सरकार को किसान विरोधी बताते हुए कहा कि वर्तमान सरकार में किसान बेहाल है। 

डा0 बाजपेयी ने कहा कि पूरे प्रदेश में हुई बरसात और ओला बृष्टि से किसानो की दलहन, तिलहन, गेहँू तथा आलू की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गयी है। सरकार को चाहिए था कि 24 घंटे के अन्दर किसानो के फसल के नुकसान का आकलन कर जिलाधिकारी के माध्यम से फौरी तौर पर किसानों को कम से कम 10 हजार रूपये प्रति हेक्टयर के हिसाब से भुगतान कर दिया जाता। सरकार की किसानों के प्रति संवेदनहीनता का परिणाम है कि हमीरपुर के राजा भैइया तिवारी, तथा इन्द्रपाल, उन्नाव के वीरेन्द्र सिंह के अतिरिक्त अलीगढ़ में एक तथा आगरा जनपद में 2 किसानों की फसलो की बर्बादी देखकर सदमे से या आत्महत्या करने से मौत हो गयी। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि यादि फसलों की बर्बादी पर तात्कालिक सहायता किसानों को पहुंची होती तो संम्भवतः उपरोक्त मौते न होती।

डा0 लक्ष्मीकांत बाजपेयी ने कहा कि सपा सरकार का रूख किसानों के प्रति पहले से ही बहुत उदासीन रहा है। गन्ना किसानों को अभी तक बकाया भुगतान नहीं मिल सका है। चीनी मिले चल नहीं रही है जिसके परिणाम स्वरूप गन्ना किसानों को अपनी फसल औने-पौने दाम पर क्रेसर वालों को बेचना पड़ रहा है। इसी तरह धान खरीद केन्द्र न होने के कारण आढ़तियों ने मनमाने दाम पर किसानों से धान की खरीद की और यूरिया खाद तथा सिंचाई के लिए बिजली आपूर्ति न होने के कारण किसान पहले से ही बदहाल स्थिति में हैं। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से मांग की है कि सरकार जिला प्रशासन को फसल नुकसान का उदारता पूर्वक आकलन कराकर कम से कम 10 हजार रूपये प्रति हेक्टयर के हिसाब से किसानों को राहत भुगतान के कार्यवाही 24 घंटे के अन्दर सुनिश्चित करें। भाजपा अध्यक्ष ने मुख्यमंत्री से यह भी मांग की है कि किसानों को तात्कालिक राहत दिये जाने के लिए जिलाधिकारियों को टी.आर. – 27 मद से किसानों की फसल नुकसान का राहत भुगतान करने का निर्देश दें।