नई दिल्ली: दुनिया भर में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप की वजह से आईपीएल 2020 के आयोजन पर अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे हैं। आईपीएल के 13वें सीजन की शुरुआत 29 मार्च से होनी थी लेकिन कोरोना की वजह से इसे 15 अप्रैल तक टाल दिया गया था, लेकिन पिछले कुछ दिनों से देश में जिस तेजी से कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़ी है, उसे देखते हुए 15 अप्रैल के बाद भी इसका आयोजन मुश्किल है।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, बीसीसीआई आईपीएल को रद्द होने से बचाने के लिए कई विकल्पों पर विचार कर रहा है, जिसमें मई में खाली स्टेडियों में एक छोटा टूर्नामेंट कराने से लेकर आईपीएल को साल के अंत में कराए जाने तक के विकल्प शामिल हैं।

मुंबई मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, अगर आईपीएल का पूरा सीजन रद्द होता है तो बीसीसीआई को करीब 2000 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, अगर बोर्ड को इतना नुकसान होता है तो वह खिलाड़ियों के वेतन में कटौती करने का कदम उठा सकता है। मिरर की रिपोर्ट के मुताबिक, एक बीसीसीआई अधिकारी ने कहा, 'निश्चित तौर पर अगर किसी संगठन को आर्थिक नुकसान होता है, तो कर्मचारियों की सैलरी भी प्रभावित होती है। वेतन में कटौती एक संभावना है।'

इस रिपोर्ट के मुताबिक, बीसीसीआई अपने राजस्व का 26 फीसदी खिलाड़ियों को देता है, जिसमें से 13 फीसदी इंटरनेशनल स्टार को मिलता है जबकि बाकी का हिस्सा घरेलू और जूनियस क्रिकेटरों के बीच बांटा जाता है।

इस रिपोर्ट के मुताबिक, बोर्ड सालाना 150 करोड़ रुपये अपने इंटरनेशनल खिलाड़ियों और 70 करोड़ रुपये घरेलू क्रिकेटरों को देता है। अगर आईपीएल नहीं होने से बोर्ड के राजस्व में कमी आती है तो इंटरनेशनल खिलाड़ियों की कमाई पर असर पड़ेगा।

वेतन कटौती होने पर टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली, रोहित शर्मा और जसप्रीत बुमराह जैसे स्टार खिलाड़ियों को सबसे ज्यादा नुकसान होगा। ये तीनों ही बीसीसीआई के केंद्रीय अनुबंधित सूची में ए प्लस कैटिगरी में शामिल हैं, जिसके तहत उन्हें सालाना 7 करोड़ रुपये मिलते हैं, साथ ही इन तीनों खिलाड़ियों को आईपीएल में भी 10 करोड़ (बुमराह), रोहित (15 करोड़) से लेकर 18 करोड़ रुपये (कोहली) तक मिलते हैं, ऐसे में इन तीनों समेत अन्य स्टार खिलाड़ियों को दोहरी मार झेलनी पड़ सकती है। इसके अलावा कोच रवि शास्त्री को सालाना 9 करोड़ रुपये मिलते हैं।