नई दिल्ली: शेयर बाजार में आए भारी भूचाल के बीच सोमवार को एसबीआई कार्ड का IPO स्टॉक मार्केट में सूचीबद्ध होगा। यह आईपीओ सब्सक्रिप्शन के लिए 2-5 मार्च को खुला था। SBI Cards के आईपीओ को शेयर बाजार में जबर्दस्त प्रतिक्रिया मिली थी। इस आईपीओ को 26 गुना ज्यादा बोलियां मिलीं। शेयर बाजार के विशेषज्ञों के मुताबिक, बाजार का जो हाल है उसमें इस आईपीओ को प्रीमियम मिलने की कम उम्मीद है। इसकी या तो फ्लैट या फिर डिस्काउंट पर लिस्टिंग हो सकती है। अगर ऐसा होता है तो बड़े निवेशकों (एचएनआई) को भारी झटका लगेगा, जिन्होंने ऊंची ब्याज दर पर लोन लेकर इस आईपीओ में निवेश किए हैं।

ग्रे मार्केट में एसबीआई कार्ड का आईपीओ शुक्रवार को इश्यू प्राइस से 20-25% डिस्काउंट के साथ ट्रेड कर रहा था। इस आईपीओ के लिए प्राइस बैंड अधिकतम 755 रुपये तय किया गया है। शुक्रवार सुबह जब निफ्टी ने 10% के लोअर सर्किट लिमिट को छू दिया था, तब यह आईपीओ 755 रुपये पर ट्रेड कर रहा था। बाद में, जब बाजार थोड़ा संभला, तब डिस्काउंट में प्रति शेयर 5 रुपये का सुधार देखा गया। अगर यह आईपीओ अपने प्राइस बैंड या थोड़ा-बहुत चढ़कर भी लिस्ट होता है तो बड़े निवेशकों (HNIs) को भारी नुकसान उठाना पड़ सकता है, क्योंकि उन्होंने काफी ऊंचे ब्याज दर पर कर्ज लिया है।

विश्लेषकों का कहना है कि जब एसबीआई कार्ड के आईपीओ की घोषणा की गई थी, तब ग्रे मार्केट में यह शेयर 350 रुपये के प्रीमियम के साथ ट्रेड कर रहा था। इस मौके को भांपते हुए एचएनआई ने आईपीओ में भारी-भरकम निवेश किया। आंकड़ों के मुताबिक, नॉन-इंस्टिट्यूशनल कैटिगरी (NII) के कोटे को 45.23 गुना अधिक बोलियां मिलीं, जबकि QIB को 57.18 गुना बोलियां मिलीं। वहीं, रिटेल इन्वेस्टर्स बहुत ज्यादा उत्साहित नहीं दिखे। रिटेल इन्वेस्टर्स कोटे को महज 2.5 गुना अधिक बोलियां ही मिलीं।

अनलिस्टेड शेयरों का कोराबार करने वाली कंपनी अनलिस्टेड जोन के ट्रेडर दिनेश गुप्ता ने कहा, 'एसबीआई कार्ड का शेयर लगभग 20 रुपये के डिस्काउंट के साथ ट्रेड कर रहा था, लेकिन बाद में यह 5 रुपये के डिस्काउंट पर शेयर करता दिखा है, जो इसकी फ्लैट लिस्टिंग की ओर इशारा कर रहा है। जिन एचएनआई ने इसमें निवेश के लिए भारी ब्याज दर पर कर्ज लिए होंगे उन्हें तगड़ा झटका लग सकता है।'