नई दिल्ली: कोरोना का खौफ पहले से है और इस डर के माहौल में आज जनता को महंगाई का डबल डोज मिला है। सुबह पेट्रोल-डीजल तीन रुपये महंगा कर दिया गया था। शाम को जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद मोबाइल पर जीएसटी रेट 12 पर्सेंट से बढ़ाकर 18 पर्सेंट करने का ऐलान किया गया है। आज वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में जीएसटी काउंसिल की 39वीं बैठक हुई जिसमें यह फैसला लिया गया है।

एसटी की दर 12 फीसदी से बढ़ाकर 18 फीसदी कर देने का मतलब साफ है कि मोबाइल फोन महंगा होने वाला है। कोरोना के कारण पहले ही इसकी कीमत में तेजी आई है। चीन से सप्लाई प्रभावित होने के कारण ज्यादार ब्रैंड के मोबाइल फोन और इलेक्ट्रॉनिक गजेट पहले से ही महंगे हो रहे हैं।

जीएसटी काउंसिल की बैठक में लिए गए फैसले के मुताबिक अब माचिस पर 12 पर्सेंट का टैक्स लगेगा। पहले हैंड मेड माचिस पर 5 पर्सेंट और अन्य पर 18 पर्सेंट का टैक्स लगता था।

इसके अलावा एयरक्रॉफ्ट के मेंटिनेंस, रिपेयर ऐंड ओवरहॉल (MRO) सर्विस पर जीएसटी की दर को 18 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया गया है। इसका मकसद भारत में MRO सर्विस को बढ़ावा देना है। भारत में इस सर्विस का अभाव है जिसके कारण एयरलाइन का बड़ा खर्च विमानों को मेंटिनेंस के लिए विदेश भेजने पर जाता है।

बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए निर्मला सीतारमण ने कहा कि व्यापारियों को राहत देते हुए वित्त वर्ष 2018-19 के लिए जीएसटी रिटर्न फाइल करने की तारीख को बढ़ाकर 30 जून 2020 कर दिया गया है। जिनका टर्नओवर 2 करोड़ से कम है उन्हें लेट रिटर्न फाइल करने पर जुर्माना नहीं देना होगा।

इसके अलावा GSTR-1 को लेकर कई बड़े एलान किये गए हैं जिनमें जिनका टर्नओवर 1.5 करोड़ से ज्यादा है उसे हर महीने की 10 तारीख से पहले रिटर्न फाइल करना होगा। जिनका रिटर्न 1.5 करोड़ तक है उसे 13 तारीख से पहले तक रिटर्न फाइल करना होगा। GSTR-2A, जिसमें पर्चेज डेटा की जानकारी होती है उसे 14 तारीख तक जेनरेट किया जा सकता है।