नई दिल्ली: वर्ल्ड बैंक ने बुधवार को भारत की विकास दर में कटौती की घोषणा की है। वित्त वर्ष 2020 के लिए इसे 6 प्रतिशत से घटाकर पांच प्रतिशत किया गया है। माना जा रहा है कि पिछले 11 सालों में यह सबसे कम विकास दर है।

विश्व बैंक की ग्लोबल इकोनॉमिक प्रोस्पेक्ट्स की रिपोर्ट के मुताबिक नॉन बैंकिग फाइनेंशियल कंपनियों के क्रेडिट में कमजोरी इस गिरावट की प्रमुख वजह है। इससे पहले 2008-09 के दौरान वैश्विक मंदी में विकास दर 3.1 प्रतिशत अनुमानित किया गया था।

वर्ल्ड बैंक की रिपोर्ट के मुताबिक बांग्लादेश की जीडीपी ग्रोथ ने भारत को पछाड़ दिया है। बांग्लादेश 7 प्रतिशत की दर से बढ़ोतरी कर सकता है। पाकिस्तान की जीडीपी 3 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। रिपोर्ट के मुताबिक अगले वित्तीय वर्ष में भारत की जीडीपी ग्रोथ में थोड़ा सुधार होने की उम्मीद है।

इससे पहले भारत सरकार के केंद्रीय सांख्यिकी कार्यालय ने अनुमान लगाया था कि इस वित्त वर्ष में देश की जीडीपी महज 5 प्रतिशत की दर से बढ़ेगी। इससे पहले 2018-19 में वास्तविक ग्रोथ 6.8% रही थी। वहीं वित्त वर्ष 2017-18 में जीडीपी ग्रोथ 7.2 फीसदी थी।